गाजा में हर जगह मौत की आहट, इजरायल ने बिजली-पानी देने के लिए यह शर्त रखी
हमास के हमले के बाद इजरायल ने फिलिस्तीन के गाजा की नाकेबंदी की हुई है और यहां बिजली, ईंधन, भोजन, समान और पानी की आपूर्ति को बंद कर दिया है। इजरायल लगातार गाजा पर मिसाइलें भी दाग रहा है, जिससे हर जगह केवल मौत की आहट सुनाई दे रही है। अस्पतालों में घायलों की संख्या इतनी है कि सुविधाएं भी कम पड़ रही हैं। इसी बीच इजरायल ने बिजली-पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए बड़ी शर्त रख दी है।
डर के माहौल में जी रहे गाजा के लोग
गाजा पट्टी पर इजरायल की बमबारी के बीच यहां के लोग डर में जी रहे हैं। यहां की निवासी आयशा अबू दक्का ने हवाई हमलों पर कहा, "आप दूर आवाज सुनेंगे और फिर आपको अपना घर हिलता हुआ महसूस होगा। हम बस प्रार्थना कर सकते हैं।" गाजा के ही 38 वर्षीय माजेन मोहम्मद ने बताया, "मेरा परिवार डरा हुआ है और छिपकर अपनी जान बचा रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे हम किसी भूतिया शहर में हैं।"
बिजली पूरी तरह गुल, एकमात्र बिजली संयंत्र भी हुआ बंद
इजरायल की नाकेबंदी के कारण गाजा में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है और उसका एकमात्र बिजली संयंत्र भी बंद हो गया है। प्राधिकरण के प्रमुख जलाल इस्माइल ने एक बयान में कहा, "ईंधन की कमी के कारण गाजा पट्टी के एकमात्र बिजली संयंत्र ने दोपहर 2:00 बजे काम करना बंद कर दिया।" लोग बिजली के लिए जनरेटर पर निर्भर हैं और फोन चार्ज करने के लिए कार की बैटरी का उपयोग कर रहे हैं।
आज अस्पतालों से भी गुल हो जाएगी बिजली
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री माई अल-कैला ने बताया कि गाजा पट्टी के अस्पतालों में जनरेटर चलाने के लिए ईंधन का स्टॉक आज गुरुवार को समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद अस्पतालों में स्थिति विनाशकारी हो जाएंगी और बिजली से चलने वाले जीवनरक्षक मशीनें बंद हो जाएंगी, जिससे मरीजों की हालत बिगड़ सकती है। अगर ऐसा होता है तो सैकड़ों की संख्या में घायलों को अपना जीवन गंवाना पड़ सकता है।
गाजा के अस्पताल घायलों से भरे, तेजी से खत्म हो रही चिकित्सा सामग्री
इजरायली हमलों में हजारों की संख्या में गाजा के लोग घायल हुए हैं, जिससे अस्पतालों में घायलों का अंबार लग गया है। गाजा के डॉक्टरों को डर है कि उनके पास जल्द ही दवाएं या चिकित्सा सामग्री नहीं बचेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा के अल-शिफा अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं और ऑक्सीजन सहित चिकित्सा आपूर्ति तेजी से खत्म हो रही हैं। भविष्य में चिकित्सा सामग्री की कमी की वजह से मौतों की आशंका है।
खाने की चीजों की भी कमी, खड़ा हो सकता है बड़ा संकट
बिजली और चिकित्सा सामग्री की कमी झेल रहे गाजा के लोगों के सामने जल्द ही खाने की कमी का संकट भी खड़ा हो सकता है। यहां डिब्बाबंद भोजन तेजी से दुकानों से खत्म हो रहा है और इलाके का एकमात्र बूचड़खाना बंद है। सीमा के पास उगाई जाने वाली सब्जियों की आपूर्ति भी कम हो गई है। मानवीय विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पूर्ण नाकेबंदी के कारण गाजा में कुछ ही दिनों में खाना खत्म हो सकता है।
गाजा निवासियों के पास युद्ध से भागने का विकल्प भी नहीं, एकमात्र रास्ता बंद
गाजा के निवासियों के पास इन अमानवीय परिस्थियों और युद्ध से भागने का विकल्प भी नहीं है क्योंकि इजरायल ने मंगलवार को गाजा से बाहर निकलने के एकमात्र रास्ते को बंद कर दिया था। राफा स्थित यह रास्ता गाजा को मिस्र से जोड़ता है और अब उनके पास मिस्र भागने का विकल्प भी नहीं बचा है। गाजा में शरणार्थी शिविरों सहित सैकड़ों अपार्टमेंट और घर नष्ट होने से 3.40 लाख लोग अब तक बेघर हो चुके हैं।
अरब लीग ने इजरायल से गाजा में मूलभूत सुविधाएं बहाल करने की मांग की
अरब लीग ने बुधवार को इजरायल द्वारा गाजा की घेराबंदी की निंदा की और जल्द से जल्द यहां मूलभूत सेवाओं को बहाल करने की मांग की। मिस्र की राजधानी काहिरा स्थित अरब लीग मुख्यालय में हुई बैठक में अरब देशों के विदेश मंत्रियों ने गरीब और घनी आबादी वाले तटीय इलाके में भोजन, ईंधन और मानवीय सहायता तत्काल भेजने का भी आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने इजरायल से उसके 'अन्यायपूर्ण फैसले' पर विचार करने के लिए कहा।
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा की घेराबंदी को बताया अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन
इससे पहले मानवाधिकार पर संयुक्त राष्ट्र (UN) के उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने मंगलवार को कहा कि गाजा पट्टी पर इजरायल की पूरी घेराबंदी और नागरिकों को जीवित रहने के लिए आवश्यक वस्तुओं से वंचित करना अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा था कि लोगों की गरिमा और जीवन का सम्मान किया जाना चाहिए। इसके साथ ही UN ने इजरायल और हमास दोनों से इस जंग को जल्द से जल्द खत्म कर शांति बहाल करने के लिए कहा है।
इजरायल ने कहा- बंदियों को छोड़ने तक नहीं दिया जाएगा बिजली-पानी
इस बीच इजरायल ने गाजा में जरूरी सामानों की आपूर्ति बहाल के लिए एक बड़ी शर्त रख दी है। देश के ऊर्जा मंत्री इजराइल काट्ज ने ट्वीट कर कहा, 'गाजा को मानवीय सहायता? जब तक इजरायली अपहृतों की घर वापसी नहीं हो जाती, तब तक कोई बिजली का स्विच चालू नहीं किया जाएगा, कोई जल का पंप नहीं खोला जाएगा और कोई ईंधन ट्रक प्रवेश नहीं करेगा... और कोई भी हमें नैतिकता का उपदेश न दे।'
युद्ध में अब तक लगभग 4,000 की मौत
शनिवार को हमास के इजरायल पर हमले के बाद शुरु हुए युद्ध में लगभग 4,000 लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल की तरफ अब तक 1,300 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 3,300 से अधिक लोग घायल हुए हैं। दूसरी तरफ फिलिस्तीन के गाजा में कम से कम 1,055 लोग मारे गए हैं और 5,184 घायल हुए हैं। इसके अलावा इजरायली सीमा के अंदर हमास के 1,500 से अधिक आतंकियों के शव मिले हैं।