#NewsBytesExplainer: क्या है गाजा पट्टी का इतिहास, जिसे सबसे बड़ी 'खुली जेल' कहा जाता है?
फिलिस्तीन के हमास और इजरायल के बीच इस वक्त संघर्ष चल रहा है, जिसमें करीब 2,000 लोगों की मौत हो गई है। इस संघर्ष की शुरुआत 7 अक्टूबर की सुबह तब हुई जब हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर एक साथ करीब 5,000 रॉकेट दाए दिए। इसके बाद हमास के लड़ाके इजरायल में घुस गए और हालात युद्ध जैसे बन गए। आइए समझते हैं कि आखिर गाजा पट्टी क्या है और ये क्यों विवाद का केंद्र है।
क्या है इजरायल-फिलिस्तीन के विवाद की जड़?
दरअसल, पहले विश्व युद्ध में ओटोमन साम्राज्य की हार के बाद फिलिस्तीन ब्रिटेन के कब्जे में आया था। इसी बीच स्वतंत्र यहूदी देश की मांग उठने लगी और प्रताड़ित यहूदी यूरोप से फिलिस्तीन आने लगे। इससे जमीन को लेकर फिलिस्तीन के लोगों और यहूदियों में संघर्ष बढ़ने लगा। 1947 में संयुक्त राष्ट्र (UN) ने फिलिस्तीन को 2 अलग-अलग यहूदी और अरब राष्ट्रों में बांटने का प्रस्ताव पारित किया और जेरूसलम को अंतरराष्ट्रीय प्रशासन के अधीन रखा गया।
कैसे कम होता गया फिलिस्तीन का क्षेत्रफल?
UN ने पूरे फिलिस्तीन का 55 फीसदी हिस्सा फिलिस्तीन और 45 फीसदी इजरायल को दिया था, जिसका फिलिस्तीन ने विरोध किया। 1948 में इजरायल ने खुद को आजाद देश घोषित कर दिया। इसके बाद इजरायल और फिलिस्तीन के बीच कई युद्ध हुए और धीरे-धीरे इजरायल अपना कब्जा बढ़ाता गया। वर्तमान में फिलिस्तीन के पास मात्र 12 फीसदी जमीन ही बची है, जो 2 इलाकों में बंटी हुई है- गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक।
क्या है गाजा पट्टी?
गाजा पट्टी इजरायल, मिस्र और भूमध्य सागर के बीच बसा एक छोटा-सा क्षेत्र है। ये पट्टी लगभग 10 किलोमीटर चौड़ी और 41 किलोमीटर लंबी है, जिसमें 20 लाख से अधिक लोग रहते हैं, यानी यहां हर वर्ग किलोमीटर पर करीब 5,500 लोग लोग रहते हैं। इसे दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में गिना जाता है। यहां फिलिस्तीन के लोग रहते हैं, जिनमें मूल निवासी और शरणार्थी दोनों शामिल हैं।
गाजा पट्टी पर किसका शासन है?
1948 में इजरायल के बनने के बाद करीब 2 दशकों तक गाजा पट्टी पर मिस्त्र ने शासन किया। 1967 के युद्ध में अरब देशों की हार के बाद इजरायल ने शासन अपने हाथ में ले लिया। इस दौरान यहां कई यहूदी बस्तियों का निर्माण हुआ। अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद 2005 में इजरायल ने यहां से अपने सैनिक वापस बुला लिए। इसके बाद हुए चुनावों में हमास ने जीत दर्ज की और वर्तमान में गाजा पट्टी पर हमास का शासन है।
क्या है हमास?
हमास एक फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन और एक राजनीतिक पार्टी है। ये शब्द अरबी के 'हरकत अल मुकावामा अल इस्लामिया' से मिलकर बना है, जिसका मतलब इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन होता है। इसकी स्थापना 1987 में इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीन के पहले विद्रोह के दौरान मौलवी शेख अहमद यासीन ने की थी। हमास को सबसे ज्यादा फंडिंग ईरान से मिलती है। वह हर साल 800 करोड़ रुपये की मदद भेजता है। कई देशों ने हमास को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।
गाजा को दुनिया की सबसे बड़ी 'खुली जेल' क्यों कहा जाता है?
गाजा एक तरफ से समुद्र, एक तरफ से मिस्र और 2 तरफ से इजरायल से घिरा हुआ है। हमास का शासन आने के बाद 2007 में इजरायल ने मिस्र के साथ इस क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी थी, जो अब जारी है। इस नाकेबंदी के कारण गाजा के लोग बाहरी दुनिया से पूरी तरह से कटे हुए हैं और वे गाजा से बाहर नहीं जा सकते। इसी कारण इसे खुली जेल कहा जाता है और यहां अमानवीय स्थिति हैं।
बेरोजगारी और गरीबी से जूझ रही है गाजा पट्टी
विश्व बैंक के मुताबिक, गाजा में बेरोजगारी की दर 46 फीसदी और युवा बेरोजगारी की दर 60 फीसदी है। UN की रिलीफ एंड वर्क एजेंसी के मुताबिक, यहां हर 5 में से 3 लोगों को पर्याप्त खाना और चिकित्सीय सुविधा नहीं मिल पाती है। 2020 की UN की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा की नाकेबंदी से यहां 16.7 अरब डॉलर की आर्थिक हानि हुई और गरीबी भी 4 गुना बढ़ गई है।