
इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान ने दिया इजरायल पर सीधे हमले का आदेश- रिपोर्ट
क्या है खबर?
हमास के राजनीतिक विंग के मुखिया इस्माइल हानिया की मौत से मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ सकता है। ईरान अब हानिया की मौत का बदला लेने पर आतुर है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने ईरानी सेना को इजरायल पर सीधा हमला करने का आदेश दिया है। खामेनेई ने ये आदेश राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक के बाद दिया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरान के 3 अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी दी है।
हमला
ईरान कितनी ताकत से हमला करेगा?
रिपोर्ट के मुताबिक, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह हमला किस तरह का होगा और ईरान कितनी ताकत से इजरायल पर हमला करेगा।
ईरानी अधिकारियों ने कहा कि ईरानी सैन्य कमांडर तेल अवीव और हाइफा के आसपास के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों के संयुक्त हमले पर विचार कर रहे हैं।
ईरानी अधिकारियों ने कहा कि एक दूसरे विकल्प पर विचार किया जा रहा है, जिसमें कई मोर्चों से एक साथ हमला करना शामिल है।
इजरायल
अलर्ट पर इजरायल
हानिया की मौत के बाद इजरायल अलर्ट पर है। हालांकि, इजरायल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इजरायल का ऐसे हमलों को अंजाम देने का लंबा इतिहास रहा है।
लेबनान के हिजबुल्लाह, इराक के इस्लामिक जिहाद, यमन के हूती और सीरिया के शिया गुट पहले ही इजरायल को बदला लेने की धमकी दे चुके हैं। ऐसे में इजरायल किसी भी संभावित कार्रवाई को देखते हुए अलर्ट पर है।
बयान
ईरानी राष्ट्रपति बोले- जिम्मेदार लोगों को करतूत पर पछतावा होगा
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'ईरान और फिलिस्तीन के 2 गौरवशाली राष्ट्रों के बीच संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत होंगे और उत्पीड़ितों के प्रतिरोध और बचाव का मार्ग पहले से कहीं अधिक मजबूत होगा। इस्लामी गणतंत्र ईरान अपनी क्षेत्रीय अखंडता, सम्मान और प्रतिष्ठा की रक्षा करेगा और हानिया की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को ऐसा जवाब देगा कि उन्हें अपनी करतूत पर पछतावा होगा।'
हमला
रात 2 बजे हुआ हमला
ईरानी मीडिया के मुताबिक, हानिया तेहरान में एक खास आवास में ठहरे थे। रात 2 बजे इस आवास पर हवाई हमला हुआ। इसमें हानिया और उनके एक अंगरक्षक की मौत हो गई।
हिजबुल्लाह समर्थक लेबनानी अल मयादीन न्यूज वेबसाइट ने एक ईरानी सूत्र के हवाले से कहा कि तेहरान में हानिया को मारने के लिए इस्तेमाल मिसाइल दूसरे देश से दागी गई थी। सूत्र का कहना है कि मिसाइल ईरान के भीतर से नहीं दागी गई थी।
परिचय
कौन थे इस्माइल हानिया?
हानिया का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के अल-शती शरणार्थी शिविर में हुआ था और वे 1987 में हमास से जुड़े थे। वे 2006 से 2007 तक फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) के प्रधानमंत्री रहे हैं।
हानिया ने गाजा पट्टी में वास्तविक सरकार के नेता के रूप में काम किया है। 2017 में उन्हें खालिद मेशाल की जगह हमास के राजनीतिक ब्यूरो का प्रमुख चुना गया था। 2021 में वे दोबारा इस पद के लिए चुने गए थे।