इजरायल को थी सुपरनोवा संगीत उत्सव पर खतरे की जानकारी, गंभीरता से नहीं लिया- रिपोर्ट
इजरायल को सुपरनोवा संगीत उत्सव पर खतरे की जानकारी थी और 7 अक्टूबर को हमास के हमले से चंद घंटे पहले उसके खुफिया और सैन्य अधिकारियों ने बैठकें भी की थीं। हालांकि, बैठक में शामिल अधिकारियों ने इस खतरे को अधिक गंभीरता से नहीं लेते हुए निष्कर्ष निकाला कि हमास गाजा सीमा पर महज ट्रेनिंग कर रहा है और आतंकी हमले की तैयारी नहीं कर रहा। उनकी ये चूक भारी पड़ी और सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
हमले से पहले इजरायली अधिकारियों ने की थीं 2 बैठकें
इजरायली अखबार हारेत्ज की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली अधिकारियों ने पहली बैठक हमले से पहले आधी रात के करीब और दूसरी सुबह 3:00 बजे के आसपास की। अधिकारियों ने हमले की आशंका पर इजरायली बलों को निगरानी ड्रोन की उड़ानें बढ़ाने और 'टीम टकीला' नामक सैन्य इकाई को गाजा सीमा पर नाहल ओज और किबुत्ज में तैनात करने का निर्देश दिया था। 2 कमांडो टीमों को भी आतंकी घुसपैठ की संभावना के बारे में सचेत किया गया था।
सैन्य अधिकारियों ने संगीत उत्सव के आयोजकों को नहीं दी चेतावनी
रिपोर्ट में कहा गया है कि सैन्य अधिकारियों ने सुपरनोवा संगीत उत्सव के आयोजकों को हमले के खतरे को लेकर कोई चेतावनी नहीं दी। ये उत्सव कित्बुज रीम में इजरायल रक्षा बलों के सहयोग से आयोजित किया जाना था। इस आयोजन के लिए गाजा डिवीजन की उत्तरी ब्रिगेड से अनुमति ली गई थी। आयोजकों का कहना है कि अगर हमला होने से एक घंटे पहले भी उन्हें चेतावनी दी गई होती तो वे जगह खाली करा सकते थे।
IDF ने आयोजकों से कहा- अपनी रक्षा खुद करें
रिपोर्ट के अनुसार, गाजा सीमा पर ड्यूटी पर तैनात सैन्य इकाइयों को कित्बुज रीम में आयोजित हो रहे सुपरनोवा उत्सव के बारे में पता नहीं था। इस बीच आयोजकों ने हमले की सुबह इजरायली बलों को बुलाया तो उन्हें उनसे अपनी रक्षा करने को कहा। दोपहर 3 बजे के आसपास इजरायली बल उत्सव स्थल पर पहुंचे, उस समय तक अधिकांश लोग भाग गए थे और समारोह स्थल पर चारों तरफ लाशें बिखरी हुई थीं।
सुपरनोवा संगीत उत्सव में हमास ने किया था सबसे भीषण नरसंहार
बता दें, सुपरनोवा संगीत उत्सव में हमास ने सबसे भीषण नरसंहार किया था। यहां 360 लोग मारे गए थे, वहीं लगभग 40 लोगों को आतंकियों ने बंधक बना लिया था। उत्सव स्थल सीमा से महज 3 मील दूर था और इसमें सैकड़ों लोग आए थे।
युद्ध समाप्ति के बाद हो सकती है उत्सव पर हमले की जांच
संगीत उत्सव पर हमला 7 अक्टूबर के हमलों की जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा युद्ध समाप्त होने के बाद ही मामले की जांच हो सकती है। इजरायली बलों के एक सूत्र ने हारेत्ज से कहा, "सेना समझती है कि युद्ध समाप्त होने के बाद स्थापित किए जाने वाले जांच आयोग के केंद्र में ये उत्सव होगा। इस नरसंहार को रोका जा सकता था।"
हमले के बाद शुरू हुए युद्ध में 17,000 से अधिक की मौत
बता दें कि 7 अक्टूबर के हमले के बाद से ही इजरायल और हमास में युद्ध जारी है, जिसमें 17,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। हमले के दिन लगभग 1,200 इजरायली मारे गए थे। इसके बाद इजरायल के जवाबी हमलों में गाजा पट्टी के 16,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। इनमें 6,150 बच्चे और 4,000 महिलाएं शामिल हैं। 36,000 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें 75 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं।