इराक में ईरान समर्थित सैन्य अड्डे पर धमाके; एक की मौत, इजरायल पर एयरस्ट्राइक का शक
मध्य-पूर्व में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अब इराक में ईरान द्वारा समर्थित एक सशस्त्र बल के सैन्य अड्डे पर धमाका हुआ है, जिसमें कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई है। इराक के सुरक्षा बलों की एक शाखा पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज (PMF) के अनुसार, इराक के बेबीलोन प्रांत में ईरान समर्थित सशस्त्र समूह हरकत अल नुजाबा द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे काल्सो सैन्य अड्डे पर आज तड़के हवाई हमला हुआ है।
8 लोग घायल भी हुए
इराक के आंतरिक मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि 'हवाई बमबारी' में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हुए हैं। घायल होने वालों में 3 इराकी सैनिक बताए जा रहे हैं। सैन्य सूत्र ने बताया कि हमले में तीन इराकी सैन्यकर्मी घायल हो गए। दूसरी ओर, PMF ने एक बयान में कहा, "धमाके की वजह से अड्डे पर मौजूद चीजों को नुकसान हुआ है। कुछ लोग घायल भी हुए हैं।"
अमेरिका बोला- हमारा हाथ नहीं
सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि एयरस्ट्राइक के पीछे किसका हाथ है, लेकिन संभावना है कि इजरायल ने ये हमला किया है। हमले के ठीक बाद अमेरिका की सेंट्रल कमांड ने कहा, 'हम उन रिपोर्टों से अवगत हैं, जिनमें दावा किया गया है कि अमेरिका ने आज इराक में हवाई हमले किए। ये खबरें सच नहीं हैं। अमेरिका ने आज इराक में हवाई हमले नहीं किए हैं।'
इजरायली सेना ने टिप्पणी से किया इनकार
एक इराकी सैन्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि धमाका उपकरणों को रखने वाले गोदामों में हुआ था, जिसके बाद आग लग गई थी। समाचार एजेंसी AFP ने जब इस मामले पर इजरायली सेना की प्रतिक्रिया जाननी चाही तो सेना ने कहा कि वो विदेशी मीडिया में प्रकाशित जानकारी पर टिप्पणी नहीं करेगी। बता दें कि PMF का गठन मुख्य तौर पर इस्लामिक स्टेट (IS) से लड़ने के लिए किया गया है।
ईरान ने फिर दी इजरायल को चेतावनी
ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने NBC न्यूज से बात करते हुए कहा, "ड्रोन ने ईरान के अंदर से उड़ान भरी और करीब 100 मीटर उड़ान भरने के बाद उन्हें गिरा दिया गया। ये ड्रोन नहीं, बल्कि खिलौनों की तरह हैं, जिनसे हमारे बच्चे खेलते हैं।" होसैन ने चेतावनी दी कि अगर इजरायल ईरान के हितों के खिलाफ काम करता है तो उसकी प्रतिक्रिया तत्काल और अधिकतम स्तर पर होगी।
मध्य-पूर्व में बढ़ता जा रहा है तनाव
इजरायली सेना ने 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था, जिसमें ईरान के 7 वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मारे गए थे। इसके बदला लेने के लिए 14 अप्रैल को ईरान ने इजरायल पर सीधा हमला कर दिया। ईरान की ओर से इजरायल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे गए। बाद में कथित तौर पर इजरायल ने भी ईरान पर मिसाइल और ड्रोन दागे थे।