हिजबुल्लाह ने ईरान पर दागे 35 से अधिक रॉकेट, सैन्य मुख्यालय को बनाया निशाना
क्या है खबर?
लेबनान के सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने सोमवार रात को इजरायल पर रॉकेट दागे। उसने लगभग 35 रॉकेट से इजरायल पर हमला किया।
हमले में ऐन जेइतिम सैन्य अड्डे पर स्थित इजरायली सेना की 91वीं डिवीजन की तीसरी इन्फैंट्री ब्रिगेड के मुख्यालय को भी निशाना बनाया गया। हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
इस हमले के बाद इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष तेज होने की आशंका बढ़ गई है क्योंकि हिजबुल्लाह को ईरान ही चलाता है।
जवाबी कार्रवाई
इजरायल ने भी किया जवाबी हमला
इजरायली बलों ने हिजबुल्लाह के हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि लेबनान की तरफ से कत्यूशा रॉकेट के जरिए साफेद शहर पर हमला किया गया।
जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायली बलों ने लेबनान से आईं 35 रॉकेट के स्त्रोत का पता लगाया और स्त्रोत पर हमला किया।
लेबनानी मीडिया के अनुसार, हिजबुल्लाह ने यह हमला लेबनानी गांवों पर इजरायल के हमलों के जवाब में किया है। इजरायल ने श्रीफा, ओडासेह और रब लातिन गावों में हवाई हमला किया था।
संघर्ष
पहले भी भिड़ चुके हैं हिजबुल्लाह और इजरायल
यह पहली बार नहीं है जब हिजबुल्लाह और इजरायल में संघर्ष हुआ है और इजरायल-हमास युद्ध की शुरुआत के बाद दोनों कई बार एक-दूसरे पर हवाई हमले कर चुके हैं।
समाचार एजेंसी AFP के अनुसार, इस संघर्ष में लेबनान में हिजबुल्लाह के कम से कम 376 लड़ाके और लगभग 70 आम नागरिक मारे गए हैं। दूसरी तरफ इजरायल के 10 सैनिकों की मौत हुई है, वहीं 8 आम नागरिकों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी है।
धमकी
हिजबुल्लाह के हमले का समय अहम
हिजबुल्लाह ने इजरायल पर यह हमला ऐसे समय पर किया है जब ईरान और इजरायल युद्ध के मुहाने पर खड़े हुए हैं और किसी भी तरफ से एक छोटी सी गलती भी इलाके में बड़ा युद्ध छेड़ सकती है।
हाल ही में ईरानी विदेश मंत्रालय ने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा था कि उसकी तरफ से एक और गलती का ईरान की ओर से कठोर और अधिक निर्णायक जवाब दिया जाएगा।
संघर्ष
इजरायल और ईरान में क्या चल रहा है?
दरअसल, इजरायली सेना ने 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था, जिसमें ईरान के 7 सैन्य अधिकारी मारे गए थे।
इसके बदला लेने के लिए 14 अप्रैल को ईरान ने इजरायल पर सीधा हमला कर दिया। उसने इजरायल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे, जिनमें से ज्यादातर को इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया।
इसके बाद 18 अप्रैल को इजरायल ने ईरान पर हमला किया।