ईरान राष्ट्रपति चुनावों में सुधारवादी मसूद पेजेश्कियान की जीत, रूढ़िवादी जलीली को हराया
ईरान को अपना 9वां राष्ट्रपति मिल गया है। चुनावों में सुधारवादी माने जाने वाले और हिजाब विरोधी मसूद पेजेश्कियान ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कट्टरपंथी माने जाने वाले उम्मीदवार सईद जलीली को करीब 30 लाख वोटों से मात दी है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पेजेश्कियान को 1.64 करोड़ वोट मिले, जबकि जलीली को 1.36 करोड़ वोट मिले। चुनाव आयोग के प्रवक्ता मोहसिन एस्लामी ने बताया कि देश में 49.8 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पहले चरण में किसी को नहीं मिला था बहुमत
ईरान में राष्ट्रपति चुनाव का पहला चरण 28 मई को हुआ था। इसमें कोई भी उम्मीदवार बहुमत का आंकड़ा पार नहीं कर पाया था, जिसके बाद 5 जुलाई को रनऑफ चुनाव करवाए गए। ईरान के संविधान के मुताबिक, अगर पहले चरण में किसी को भी बहुमत नहीं मिलता है तो शीर्ष 2 उम्मीदवारों के बीच दोबारा चुनाव करवाया जाता है। पहले चरण में पजश्कियान को 42.5 प्रतिशत और जलीली को 38.8 प्रतिशत वोट मिले थे।
कौन हैं पजश्कियान?
29 सितंबर, 1954 को जन्में पजश्कियान पेशे से ह्रदय चिकित्सक हैं। 1997 में वे ईरान के स्वास्थ्य मंत्री चुने गए। वे 2006 से तबरीज के सांसद हैं। उनकी पहचान सबसे उदारवादी नेता के रूप में रही है और उन्हें पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी का करीबी माना जाता है। वे कई बार हिजाब और ईरान की मोरल पुलिस का विरोध कर चुके हैं। उन्होंने चुनावों में पश्चिमी देशों के साथ संबंध पुनर्स्थापित करने का वादा किया था।
महसा अमीनी मामले पर पजश्कियान ने उठाए थे सवाल
2022 में महसा अमिनी की मौत के बाद पेजेश्कियान ने लिखा था, 'इस्लामिक रिपब्लिक में किसी लड़की को उसके हिजाब के लिए गिरफ्तार करना और फिर उसके शव को परिवार को सौंपना अस्वीकार्य है।' हालांकि, कुछ दिनों बाद जब इस मामले पर ईरान में विरोध प्रदर्शन होने लगे तो उन्होंने चेतावनी दी थी कि जो लोग सर्वोच्च नेता का अपमान कर रहे हैं, वे समाज में लंबे समय तक चलने वाले गुस्से और नफरत के अलावा कुछ पैदा नहीं करेंगे।'
हेलीकॉप्टर हादसे में हुआ था रईसी का निधन
ईरान के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का 19 मई को एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था। उनके साथ 7 अन्य लोगों की भी मौत हो गई थी। रईसी एक बांध का उद्घाटन करने अजरबैजान गए हुए थे। यहां से लौटते हुए तेहरान से करीब 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान प्रांत की सीमा पर जोल्फा के पास उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। रईसी के निधन के बाद प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया था।