इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद भारतीय टीम को दूर करनी होगी ये कमियां
2019 क्रिकेट विश्व कप के 38वें मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 31 रनों से हरा दिया। टूर्नामेंट में भारत की यह पहली हार है। विश्व कप में इंग्लैंड ने भारत को 27 साल बाद हराया है। इससे पहले इंग्लैंड ने भारत को 1992 विश्व कप में हराया था। इस हार के साथ ही भारतीय टीम की कई बड़ी कमियां सामने निकल कर आई हैं। ऐसे में भारत को सेमीफाइनल स्टेज से पहले इन कमियों से ज़रूर सबक सीखना चाहिए।
धवन की गैर-मौजूदगी में केएल राहुल को खेलना होगा आक्रामक क्रिकेट
इंग्लैंड के खिलाफ 338 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने के दौरान भारतीय टीम में शिखर धवन की कमी साफ खली। ऐसे में विश्व कप के बाकी मैचों में केएल राहुल को धवन की तरह आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहिए। बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए एक अच्छी शुरुआत मिलना ज़रूरी होता है। राहुल अगर खुल कर अपना गेम खेलेंगे, तो भारत के लिए अधिक फायदेमंद होगा। राहुल अपने नेचुरल गेम से भारत को विस्फोटक शुरुआत दे सकते हैं।
एम एस धोनी को लेनी होगी ज़िम्मेदारी
इंग्लैंड के खिलाफ मैच में अनुभवी बल्लेबाज़ धोनी काफी डिफेंसिव दिखे। धोनी की बल्लेबाज़ी में वह इंटेंट ही नहीं दिखा, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। भारत के पास चार और छह नंबर पर अनुभवी बल्लेबाज़ नहीं हैं। ऐसे में धोनी को मिडिल में तेज़ी से रन बनाने की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। धोनी का आक्रामक रवैया इंग्लैंड के खिलाफ भारत को जीत दिला सकता था, लेकिन चेज़ के दौरान वह काफी हद तक हार्दिक पंड्या पर निर्भर दिखे।
केदार जाधव की जगह दिनेश कार्तिक को देना चाहिए मौका
2019 क्रिकेट विश्व कप में केदार जाधव का प्रदर्शन काफी औसत रहा है। जाधव ने टूर्नामेंट में अब तक पांच पारियों में 80.81 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 80 रन बनाए हैं। हालांकि, शुरुआती मैचों में जाधव को बल्लेबाज़ी के ज़्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन छह और सात नंबर के बल्लेबाज़ को हमेशा आक्रामक खेल ही दिखाना चाहिए। ऐसे में जाधव की जगह कार्तिक को मौका दिया जा सकता है। कार्तिक किसी भी परिस्थिति में बल्लेबाज़ी करने में सक्षम हैं।
विपक्षी टीम को देख कर गेंदबाज़ों का करना होगा चयन
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल दोनों रिस्ट स्पिनर्स को एक साथ खिलाने का फैसला किया। जो पूरी तरह से गलत साबित हुआ। कुलदीप और चहल ने मैच में 20 ओवर में एक विकेट लेकर 160 रन लुटा डाले। बेन स्टोक्स ने चहल को कई बार आड़े हाथो लिया। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन को रविंद्र जडेजा के बारे में भी सोचना चाहिए। जडेजा गेंदबाज़ी करने के साथ-साथ बल्लेबाज़ी में भी गहराई प्रदान कर सकते हैं।