क्या कर रहे हैं 2011 में भारत को विश्व विजेता बनाने वाले सभी खिलाड़ी? जानें
2011 में भारतीय टीम ने इतिहास रचा था और मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में उन्होंने 28 साल बाद क्रिकेट विश्व कप का खिताब उठाया था। आठ साल बाद एक बार फिर से भारतीय टीम विश्व कप जीतने के इरादे से इंग्लैंड जाने की तैयारी कर रही है। इन आठ सालों में भारतीय टीम में काफी कुछ बदला है। जानें, भारत को 2011 में विश्व विजेता बनाने वाले सभी खिलाड़ी फिलहाल क्या कर रहे हैं।
कई भूमिका निभा चुके हैं सचिन और सहवाग
तेंदुलकर ने नवंबर 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद से कई भूमिकाएं अदा की हैं। तेंदुलकर BCCI की एडवाइजरी कमेटी के सदस्य थे। इसके अलावा उन्होंने मुंबई इंडियंस के मेंटर की भी भूमिका निभाई और एक क्रिकेट अकादमी भी खोल चुके हैं। सहवाग ने अक्टूबर 2015 में क्रिकेट को अलविदा कहा और फिर किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर बने। फिलहाल सहवाग कमेंट्री के अलावा कई मीडिया आउटलेट्स के लिए क्रिकेट एक्सपर्ट की भूमिका निभा रहे हैं।
RCB के गेंदबाजी कोच हैं नेहरा तो वहीं मुनफ के बारे में किसी को नहीं पता
2017 में क्रिकेट को अलविदा कहने वाले आशीष नेहरा ने इस सीजन IPL में RCB के गेंदबाजी कोच की भूमिका निभाई थी। नेहरा ने 2011 विश्व कप सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन किया था। 2011 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले मुनफ पटेल ने 2018 में क्रिकेट को अलविदा कहा। फिलहाल मुनफ क्या कर रहे हैं इसके बारे में शायद ही किसी को पता होगा।
लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं गंभीर तो वहीं मुंबई इंडियंस से जुड़े हैं जहीर
2016 में आखिरी बार भारतीय टेस्ट टीम में चुने जाने के बाद गंभीर दोबारा भारतीय टीम में नहीं लौट सके और फिर 2018 के आखिरी में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गंभीर दिल्ली से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद जहीर भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी सलाहकार रहे और फिलहाल मुंबई इंडियंस के डॉयरेक्टर ऑफ क्रिकेट ऑपरेशन हैं।
मैच फिक्सिंग के आरोप में बैन झेल रहे हैं श्रीसंत
2011 विश्व कप फाइनल श्रीसंत के लिए आखिरी वनडे साबित हुआ। 2013 में IPL में हुई स्पॉट-फिक्सिंग के आरोप में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया। 2019 में भले ही उनके ऊपर से प्रतिबंध हटा दिया गया, लेकिन इससे भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिला।
2011 के बाद से ही टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं चावला और पठान
पीयूष चावला ने 2011 विश्व कप खेला था, लेकिन उसके बाद से वह भारतीय टीम में वापसी नहीं कर सके हैं। IPL में चावला सबसे ज़्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाजों में से एक हैं। युसुफ पठान ने भी 2011 विश्व कप के कुछ दिनों बाद ही खुद को भारतीय टीम से बाहर पाया था। पठान भले ही IPL और घरेलू क्रिकेट में लगातार खेल रहे हैं, लेकिन भारतीय टीम में वापसी करने में असमर्थ रहे हैं।
जूझ रहे हैं 2011 विश्व कप के 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' और सुरेश रैना
युवराज सिंह ने 2011 विश्व कप में अदभुत प्रदर्शन किया था और 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' रहे थे। विश्व कप के बाद कैंसर के ईलाज और फिर खराब फॉर्म के कारण युवराज भारतीय टीम में जगह बनाने में असफल रहे। इस सीजन मुंबई इंडियंस के साथ उन्होंने IPL खिताब जीता है। चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ इस सीजन IPL उपविजेता रहे सुरेश रैना जुलाई 2018 में आखिरी बार नीली जर्सी में दिखे थे।
हरभजन और अश्विन को भी टीम में नहीं मिल रही है जगह
भले ही अश्विन ने 2011 विश्व कप में केवल कुछ मैच ही खेले थे, लेकिन उसके बाद वह हर फॉर्मेट में भारत के टॉप स्पिनर बने। किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी कर रहे अश्विन को केवल टेस्ट मुकाबले खेलने का ही मौका मिल रहा है। हरभजन सिंह ने भारत के लिए अपना आखिरी वनडे मुकाबला 2015 में खेला था, लेकिन IPL में उन्होंने इस साल चेन्नई के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
फिर से विश्व कप खेल रहे हैं 'कप्तान' कोहली और 'खिलाड़ी' धोनी
2011 विश्व कप में सचिन, सहवाग और गंभीर की मौजूदगी में कोहली का प्रदर्शन छिप गया था, लेकिन उसके बाद से कोहली ने खुद को विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया है। आठ साल बाद क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम विराट कोहली की अगुवाई में खेलने के लिए तैयार है। भारत को 28 साल बाद विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इस बार खिलाड़ी के तौर पर खेलते हुए नजर आएंगे।