कोहली की वनडे कप्तानी, रहाणे-इशांत की टेस्ट में जगह पर लिया जा सकता है बड़ा फैसला
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की घरेलू सीरीज समाप्त हो चुकी है और अब भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका का दौरा करना है। दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए जल्द ही भारतीय चयनकर्ता टीम चुनने के लिए मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में विराट कोहली की वनडे कप्तानी के अलावा टेस्ट टीम में अजिंक्या रहाणे और इशांत शर्मा की जगह को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। आइए जानते हैं पूरी खबर।
क्या कोहली की वनडे कप्तानी पर लिया जाएगा बड़ा फैसला?
भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए चनयकर्ताओं को अब वनडे और टी-20 में एक कप्तान बनाने का कठिन फैसला लेना पड़ सकता है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एक करीबी सूत्र ने कहा, "विराट का वनडे कप्तान बने रहना मुश्किल है, लेकिन फिलहाल बेहद कम वनडे मैच होने के कारण इस फैसले में देरी हो सकती है। हालांकि, अधिकतर लोगों का मानना है कि अब रोहित को लिमिटेड ओवर्स की कप्तानी पूरी तरह से सौंप दी जानी चाहिए।"
खतरे में है टेस्ट टीम में इशांत की जगह
311 टेस्ट विकेट ले चुके दिग्गज इशांत शर्मा की टेस्ट टीम में जगह खतरे में दिख रही है। पिछले दो सालों में केवल 19 विकेट लेने वाले इशांत दक्षिण अफ्रीका दौरा मिस कर सकते हैं। विदेशी टेस्ट मैचों में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ तीसरे गेंदबाज के रूप में मोहम्मद सिराज का पलड़ा इस समय सबसे भारी है। इसके अलावा उमेश यादव चौथे गेंदबाज के रूप में अपना दावा ठोकेंगे।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रहाणे के लिए मुश्किल होगी प्लेइंग इलेवन में जगह
भले ही अजिंक्या रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के प्रदर्शन पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका दौरे से बाहर नहीं किया जाएगा। हालांकि, रहाणे के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है। रोहित शर्मा और केएल राहुल की वापसी और श्रेयस अय्यर का अच्छा प्रदर्शन रहाणे की मुश्किल को बढ़ाने का काम करने वाली है। रहाणे से उप-कप्तानी भी ली जा सकती है।
मुश्किल होगा वनडे में धवन को नजरअंदाज करना
भारत ने जब आखिरी बार वनडे सीरीज खेली थी तब शिखर धवन टीम के कप्तान थे। पिछली छह में तीन वनडे पारियों में धवन ने 98, 67 और 86 के स्कोर बनाए हैं। हाल ही में उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी के लिए दिल्ली की टीम में भी चुना गया है। 36 साल के हो चुके धवन यदि फिट रहते हैं तो फिर चयनकर्ताओं के लिए उन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल होगा।