#NewsBytesExclusive: हांगकांग के पूर्व कप्तान अंशुमान रथ से भारत आने के फैसले पर खास बातचीत
क्या है खबर?
हांगकांग के पूर्व कप्तान अंशुमान रथ ने बेहतर मौकों के लिए भारत आने का निर्णय लेकर काफी सुर्खियां बटोरी है।
उन्होंने रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए अपनी इच्छा जाहिर की है तो वहीं वह भारतीय टीम के लिए भी खेलने की इच्छा रखते हैं।
न्यूजबाइट्स से खास इंटरव्यू में रथ ने अपने करियर, अपने रोल मॉडल और गृहनगर भुवनेश्वर के बारे में काफी बात की।
भारत
सीमित मौकों के कारण आए भारत
भारत आने के अपने निर्णय के बारे में बोलते हुए रथ ने कहा कि उन्होंने यह फैसला अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया है।
उन्होंने कहा कि हांगकांग जैसे एसोसिएट देश क्रिकेटर्स को ज़्य़ादा मौके नहीं दे सकते हैं।
रथ ने कहा, "एसोसिएट क्रिकेट में आपको अच्छी शुरुआत मिल सकती है, लेकिन अंत में आर्थिक रूप से यह ज़्यादा मददगार नहीं है।"
बयान
मुझे भारतीय होने पर गर्व है- रथ
रथ ने कहा, "मैंने निर्णय लिया कि मुझे ऐसी जगह जाना चाहिए जहां सिस्टम हो। भारतीय पासपोर्ट होने का मुझे फायदा मिला और मुझे भारतीय होने पर गर्व है।"
रणजी टीम
रणजी टीम को लेकर अभी रथ ने नहीं लिया है कोई फैसला
भारत आने के बाद रथ घरेलू क्रिकेट में अपनी जगह बनाने के लिए रणजी क्रिकेट खेलने के बारे में सोच रहे हैं।
हालांकि, उन्होंने अब तक यह निर्णय नहीं लिया है कि वह किस प्रदेश के लिए खेलेंगे।
इसके अलावा एक साल तक वह रणजी में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
फिलहाल वह क्लब क्रिकेट में रन बनाने पर फोकस कर रहे हैं क्योंकि अक्टूबर 2020 के पहले वह रणजी में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
हांगकांग
इंटरनेशनल लेवल पर हांगकांग को लीड करना गर्व की बात- रथ
हांगकांग नेशनल टीम के साथ अपने समय पर बात करते हुए रथ ने कहा कि हांगकांग की टीम को इंटरनेशनल लेवल पर लीड करना उनके लिए गर्व और सम्मान की बात है।
उन्होंने खुद को अच्छे मौके देने के लिए उनको धन्यवाद भी कहा।
गौरतलब है कि उन्होंने 14 साल की उम्र में अपना डेब्यू किया था।
रथ ने कहा, "कम उम्र में ही बड़े लोगों के खिलाफ खेलने से मुझे फायदा मिला।"
भारत
एक दिन भारत के लिए खेलना चाहते हैं रथ
रथ ने आगे कहा कि वह निश्चित रूप से एक दिन भारतीय टीम के लिए खेलना चाहते हैं।
उन्होंने उस दिन को भी याद किया जब 2018 एशिया कप में उन्होंने हांगकांग को भारत के खिलाफ लीड किया था और काफी गौरवान्वित हुए थे।
रथ ने कहा, "जब भारत का राष्ट्रगान गाया जा रहा था तो मैं एक भारतीय होने के नाते काफी गर्व महसूस कर रहा था।"
बेस्ट पारी
भारत के खिलाफ पारी मेरी करियर बेस्ट- रथ
अब तक की अपनी सबसे बेहतरीन पारी के बारे में बात करते हुए रथ ने कहा कि एशिया कप में भारत के खिलाफ खेली 73 रनों की पारी उनकी बेस्ट है।
भारत के गेंदबाजी आक्रमण के दबाव के कारण वह इसे अपनी बेस्ट पारी मानते हैं।
रथ ने कहा, "मैंने सोचा कि मेरे पास एक काम है जिसे मुझे पूरा करना है। अपने देश के खिलाफ 73 रन बनाना मेरे लिए शानदार था।"
रोल मॉडल
रथ के रोल मॉडल हैं संगाकारा
रोल मॉडल के बारे में बात करते हुए रथ ने कहा वह हमेशा श्रीलंका के महान विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार संगाकारा से प्रभावित हुए हैं।
हांगकांग टी-20 ब्लिट्ज में खेलने के दौरान रथ को संगाकारा के साथ खेलने का मौका भी मिला था।
रथ ने कहा, "मैं उनकी बल्लेबाजी पसंद करता हूं और प्रेशर में भी जिस तरह वह शांत रहते हैं मुझे वह काफी पसंद है। क्रिकेट के लिए उन्होंने काफी कुछ किया है।"
IPL
IPL खेलने के बारे में सोच रहे हैं रथ
भारत में आने के बाद रथ IPL में लोकल प्लेयर के रूप में खेल सकते हैं।
इस बारे में बात करते हुए रथ ने कहा, "IPL विश्व का सबसे बड़ा फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट है। मैं नाम के लिए चुने जाने की उम्मीद नहीं करता हूं बल्कि मुझे अपने प्रदर्शन पर भरोसा है। जब तक मैं सही चीज करता रहूंगा मुझे उम्मीद है कि चीजें अच्छी होंगी।"
बयान
मैं धोनी का बड़ा वाला फैन हूं- रथ
रथ ने कहा, "मैं धोनी का बहुत बड़ा फैन हूं। मैं जडेजा और रहाणे को काफी पसंद करता हूं। अय्यर, गिल और शॉ जैसे खिलाड़ियों को खेलते देखना वाकई में शानदार है।"
भुवनेश्वर
भुवनेश्वर में बैकयार्ड क्रिकेट खेलते थे रथ
रथ का परिवार भुवनेश्वर से ताल्लुक रखता है और उन्होंने कहा कि बचपन के दिनों में वह लगातार यहां आते रहते थे।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बाद में जिम्मेदारियों की वजह से वह यहां ज़्यादा नहीं आ सके।
रथ ने कहा, "मैं बगीचों में दौड़ता था। दादी, पापा और कजंस के साथ मैंने काफी बैकयार्ड क्रिकेट खेला है। यह जगह काफी सुकून देने वाली है।"
संदेश
युवा क्रिकेटर्स को खेल का लुत्फ लेना चाहिए- रथ
रथ ने कहा कि युवा क्रिकेटर्स को यह जरूर पता होना चाहिए कि वे स्पोर्ट क्यों खेल रहे हैं।
बातचीत समाप्त करते हुए रथ ने कहा, "क्रिकेट ऐसी चीज है जिस हम प्यार करते हैं और इसके लिए उत्साही हैं। जाइए और लुत्फ लीजिए तथा निश्चित करिए कि आप खुद को बड़े स्टेज पर पहुंचाने के लिए सबसे बेहतरीन मौका दे रहे हैं। किसी भी चीज को अधूरा मत छोड़िए।"