कप्तान के तौर पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट में कैसे रहे हैं कोहली और रोहित?
टी-20 विश्व कप के बाद विराट कोहली के लिमिटेड ओवर्स टीम की कप्तानी छोड़ने की खबर काफी तेजी से फैल चुकी है और तमाम लोगों को यह एक आदर्श निर्णय भी लग रहा है। फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी सामने नहीं आई है, लेकिन रोहित शर्मा के फैंस की खुशी साफ देखी जा सकती है। इस खबर को ध्यान में रखते हुए आइए जानते हैं दोनों खिलाड़ियों के कप्तान के तौर पर कैसे रहे हैं आंकड़े।
लिमिटेड ओवर्स में कोहली से बेहतरीन है रोहित का कप्तानी रिकॉर्ड
कोहली ने अब तक 45 टी-20 अंतरराष्ट्रीय और 95 वनडे मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की है। उनके अंडर भारत ने 65 वनडे और 29 टी-20 मैच जीते हैं। वनडे में कोहली का जीत प्रतिशत 70.43 तो वहीं टी-20 में 67.44 का है। दूसरी ओर रोहित की कप्तानी में भारत ने 10 में से आठ वनडे और 19 में से 15 टी-20 मुकाबले जीते हैं। वनडे में रोहित का जीत प्रतिशत 80 और टी-20 में 78.94 का है।
IPL में भी कोहली से काफी आगे हैं रोहित
IPL में 100 से अधिक मैचों में कप्तानी करने के बाद कोहली का जीत प्रतिशत सबसे खराब है तो वहीं रोहित फिलहाल IPL में सबसे बेहतरीन जीत प्रतिशत रखने वाले कप्तान हैं। कप्तान के तौर पर रोहित ने 123 में से 74 IPL मैच जीते हैं। रोहित का जीत प्रतिशत 60.16 का है। कोहली की बात करें तो उन्होंने 132 में से 62 मैचों में जीत दर्ज की है और उनका जीत प्रतिशत 46.97 का रहा है।
अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने के मामले में भी हिटमैन ने बनाई है बढ़त
2017 में पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले रोहित ने कोई सीरीज नहीं गंवाई है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2018 में निदहास ट्रॉफी और एशिया कप का खिताब जीता था। ये दोनों ही सीरीज टी-20 फॉर्मेट में खेले गए थे। कोहली की बात करें तो उनकी कप्तानी में भारत ने 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी का फाइनल और 2019 क्रिकेट विश्व कप का सेमीफाइनल गंवाया था। भारत को टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी गंवाना पड़ा था।
IPL में पांच खिताब जीत चुके हैं कप्तान रोहित
रोहित ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा IPL में भी अपनी कप्तानी का जलवा खूब बिखेरा है। 2013 में रोहित को बीच सीजन कप्तान बनाने के बाद मुंबई इंडियंस ने पहली बार IPL खिताब जीता था। इसके बाद अगले सात सालों में मुंबई ने चार बार खिताब जीतने में सफलता हासिल की। कोहली 2012 से IPL में कप्तानी कर रहे हैं, लेकिन उनकी टीम केवल एक बार फाइनल में जगह बना सकी है और पहले खिताब की तलाश में है।