जय शाह ने ICC अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभाला
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के नए अध्यक्ष के रूप में अपना पदभार संभाल लिया। अब वह BCCI के किसी भी पद पर नहीं रहेंगे। 35 साल के शाह सबसे कम उम्र के ICC अध्यक्ष हैं। वह ग्रेग बार्कले की जगह ले रहे हैं। उन्होंने 1 दिसंबर से कार्यकाल की शुरुआत कर दी है। वह क्रिकेट की वैश्विक संस्था के मुखिया बनने वाले सिर्फ 5वें भारतीय हैं।
अध्यक्ष बनने के बाद जय शाह ने क्या कहा था?
शाह ने इस पद पर चुने जाने के बाद कहा था, "ICC का चेयरमैन चुनने के लिए सभी का धन्यवाद। मैं क्रिकेट को पूरे विश्व में बढ़ाने के लिए काम करूंगा। फिलहाल क्रिकेट के सभी प्रारूप को बढ़ावा देना जरूरी है। मैं खेल में नई टेक्नोलॉजी लाने की कोशिश करूंगा, साथ ही विश्व कप जैसे टूर्नामेंट को विश्व भर के बाजार तक पहुंचाऊंगा। मेरा प्रयास इस खेल को पहले से ज्यादा लोकप्रिय बनाने का है।"
भारत की ओर से ICC के 5वें अध्यक्ष
शाह ICC के इतिहास में भारत की ओर से 5वें अध्यक्ष हैं। उनसे पहले जगमोहन डालमिया (1997-2000), शरद पवार (2010-2012), एन श्रीनिवासन (2014-2015) और शशांक मनोहर (2015-2020) ICC के अध्यक्ष रह चुके हैं। शाह BCCI के सचिव के अलावा एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के भी अध्यक्ष थे। अब ICC के अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें यह पद भी छोड़ना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, BCCI के नए सचिव दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के अध्यक्ष रोहन जेटली बन सकते हैं।
कैसे हुई जय शाह के क्रिकेट प्रशासक बनने की शुरुआत?
शाह भारत के वर्तमान गृहमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह के बेटे हैं। उनका जन्म 22 सितंबर, 1988 को हुआ था। उनके क्रिकेट प्रशासक बनने की शुरुआत साल 2009 में हुई। तब वह पहली बार अहमदाबाद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट के एक्सीक्यूटिव मेंबर बने थे। इसके 4 साल बाद, 2013 में वह गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (GCA) के संयुक्त सचिव बने थे और उस समय उनके पिता एसोसिएशन के अध्यक्ष थे।
साल 2015 में BCCI से जुड़े शाह
शाह ने 2015 में विश्व के सबसे महंगे क्रिकेट बोर्ड में अपने काम की शुरुआत की। दरअसल, साल 2015 में उन्हें BCCI की फाइनेंस और मार्केटिंग कमेटी में शामिल किया गया था और फिर 2019 में वह BCCI के सचिव चुने गए थे। उन्होंने सितंबर 2019 में GCA के संयुक्त सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था। सचिव बनने के बाद उन्होंने सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी के साथ मिलकर काम किया।