विश्व कप 2019: बांग्लादेश-न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वॉर्म-अप मैचों से भारत को सीखना चाहिए ये सबक
क्रिकेट का सबसे बड़ा महाकुंभ ICC 2019 क्रिकेट विश्व कप 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में खेला जाएगा। क्रिकेट के इस सबसे बड़े टूर्नामेंट के आगाज़ से पहले सभी 10 टीमों के बीच 2-2 वॉर्म-अप मैच खेले गए। भारत ने न्यूज़ीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ वॉर्म-अप मैच खेला, जिसमें पहले मैच में उसे हार और दूसरे मैच में जीत मिली। आइये जानते हैं कि भारत को इन दोनों मैचों से क्या बड़े सबक सीखने चाहिए।
स्विंग के लिए रहना होगा तैयार, हर मैच में नहीं चल सकता टॉप ऑर्डर
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले वॉर्म-अप मैच में स्विंग होती गेंदो के सामने भारत ने सिर्फ 91 रनों पर ही सात विकेट खो दिए थे। बोल्ट और नीशम की स्विंग के आगे भारत के टॉप ऑर्डर ने सिर्फ 22 रन बनाए थे। जडेजा (54) ने अर्धशतकीय पारी खेली, लेकिन पूरी टीम 179 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। इंग्लैंड के मौसम को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि आगे भी भारत को ऐसी पिचों पर खेलना पड़ सकता है।
चार नंबर पर भरोसेमंद बल्लेबाज़ को ही देना चाहिए मौका
इन दोनों मैचों से सबक लेकर भारत को बिना कोई प्रयोग किए चार नंबर पर स्पेश्लिस्ट बल्लेबाज़ को ही मौका देना चाहिए। दूसरे वॉर्म-अप मैच में जब भारत ने 102 रनों पर चार विकेट गवां दिए, तो वहां से भारत ने राहुल और धोनी के शतकों के बदौलत 359 रन बना दिए। ऐसा तभी मुमकिन हो पाया जब राहुल मिडिल में मौजूद थे, लेकिन अगर कोई स्पेश्लिस्ट बल्लेबाज़ न होता, तो टीम एक बार फिर सस्ते में सिमट सकती थी।
'कुलचा' को हर मैच में देना चाहिए मौका
विश्व कप में भारत को हर मैच में 'कुलचा' यानी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी को एक साथ मौका देना चाहिए। दूसरे वॉर्म-अप मैच में इन दोनों गेंदबाज़ों ने कुल 6 विकेट लिए। ये जोड़ी अगर शुरुआत में विकेट नहीं लेती है, तो पुछल्ले बल्लेबाज़ों को जल्द समेटने में कामयाब होती है। ऐसे में भारत को विश्व में बिना कोई रिस्क लिए सभी मैचों में इस जोड़ी को अंतिम 11 में जगह देनी चाहिए।
सिर्फ बुमराह पर नहीं रह सकते निर्भर
दोनों वॉर्म-अप मैचों में बुमराह ने तीन विकेट लिए और 9 ओवर में सिर्फ 27 रन दिए। बुमराह के अलावा शमी और भुवनेश्वर दोनों वॉर्म-अप मैचों में कोई विकेट नहीं ले पाए। जबकि ओवल में गेंद स्विंग हो रही थी, तब भी इन दोनों को कोई सफलता नहीं मिली। हालांकि, पहले मैच में हार्दिक पंड्या ने एक विकेट लिया, लेकिन दूसरे मैच में उन्हें गेंदबाज़ी को मौका नहीं मिला। विश्व कप में भारत सिर्फ बुमराह पर निर्भर नहीं रह सकता।