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विश्व कप इतिहास की पांच बेस्ट पारियां, जब अकेले दम पर किसी बल्लेबाज़ ने दिलाई जीत

विश्व कप इतिहास की पांच बेस्ट पारियां, जब अकेले दम पर किसी बल्लेबाज़ ने दिलाई जीत

May 18, 2019
07:15 pm

क्या है खबर?

क्रिकेट के सबसे बड़े महाकुंभ ICC 2019 क्रिकेट विश्व कप का आगाज़ 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में होगा। विश्व कप के इतिहास का यह 12वां एडिशन है। सबसे पहला विश्व कप 1975 में खेला गया था जिसे वेस्टइंडीज ने जीता था। इस बार ICC ने इस टूर्नामेंट को और रोमांचित बनाने के लिए इसे राउंड रोबिन फॉर्मेट में आयोजित किया है। आज हम आपको बताते हैं विश्व कप के इतिहास की पांच बेस्ट पारियां।

1983

कपिल देव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली 175 रनों की पारी

1983 विश्व कप भारत के लिए यादगार रहा था। कपिल देव की कप्तानी में भारत ने पहली बार खिताब पर कब्ज़ा किया था। जिम्बाब्वे के खिलाफ लीग मैच में कपिल देव ने 175 रनों की यादगार मैच विनिंग पारी खेली थी। कपिल जब बल्लेबाज़ी के लिए आए थे तो भारत 17 रनों पर पांच विकेट गवां चुका था। उसके बाद कपिल ने 16 चौके और 6 छक्कों की मदद से 175 रन बनाए और टीम को 266 तक पहुंचा दिया।

1999

साउथ अफ्रीका के खिलाफ स्टीव वॉ ने खेली कप्तानी पारी

1999 विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हार गई थी। ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसे हर हाल में जीत दर्ज करनी थी। साउथ अफ्रीका ने पहले खेलते हुए गिब्स के शानदार शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को 272 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने एक समय 48 रनों पर 3 विकेट गवां दिए थे। उसके बाद स्टीव वॉ ने 110 गेंदो में 120* रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिला दी।

2003

जब फाइनल में रिकी पोंटिंग ने खेली कप्तानी पारी

2003 में ऑस्ट्रेलिया पर ट्रॉफी को डिफेंड करने का प्रेशर था। रिकी पोंटिंग की कप्तानी में टीम फाइनल तक पहुंच गई थी, लेकिन फाइनल से पहले शेन वॉर्न का बैन टीम के लिए चिंता का विषय था। पोंटिंग को अपनी टीम पर पूरा भरोसा था। भारत के खिलाफ फाइनल में पोंटिंग ने 121 गेंदो में 140 रनों की कप्तानी पारी खेली। पोंटिंग ने पहले 50 रन 74 गेंदो में बनाए थे और बाकी 90 रन 47 गेंदो में बनाए।

2011

जब आखिरी गेंद पर छक्का लगातर धोनी ने भारत को जिताया विश्व कप

क्रिकेट जगत में धोनी अक्सर नामुमकिन कामों के मुमकिन करने के लिए जानें जाते हैं। 2011 विश्व कप में भी माही ने कुछ ऐसा ही किया। श्रीलंका से मिले 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जब भारत ने 114 रनों पर सचिन-सहवाग और कोहली के विकेट खो दिए, तो धोनी ने फ्रंट से लीड करने का फैसला किया और युवराज से पहले खुद बल्लेबाज़ी के लिए गए। धोनी ने फाइनल में 91* रनों की मैच विनिंग पारी खेली।

2015

मार्टिन गप्टिल ने बनाया विश्व कप के इतिहास का उच्चतम स्कोर

2015 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मार्टिन गप्टिल ने 237 रनों की नाबाद पारी खेली। अपनी इस पारी में गप्टिल ने 24 चौके और 11 छक्के लगाए। गप्टिल की ये पारी विश्व कप के इतिहास में किसी बल्लेबाज़ द्वारा उच्चतम स्कोर है। गप्टिल के दोहरे शतक की मदद से न्यूज़ीलैंड ने वेस्टइंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसके बाद ट्रेंट बेल्ट के चार विकेट की बदौलत न्यूज़ीलैंड ने 143 रनों से यह मैच जीत लिया।