
विश्व कप 2019: जसप्रीत बुमराह से यॉर्कर सीखना चाहते हैं स्पीड स्टार नवदीप सैनी
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सीज़न में अपनी स्पीड और लाइन लेंथ से कम समय में क्रिकेट जगत में एक अच्छा मुकाम हासिल करने वाले तेज़ गेंदबाज़ नवदीप सैनी अब अपनी गेंदबाज़ी में और धार लाना चाहते हैं।
दरअसल, 2019 विश्व कप के दौरान सैनी यॉर्कर किंग जसप्रीत बुमराह से अच्छी गेंदबाजी के गुर सीखना चाहते हैं।
बता दें कि सैनी भारतीय टीम के साथ इंग्लैंड जाएंगे और नेट्स में भारतीय बल्लेबाज़ों के सामने गेंदबाज़ी करेंगे।
बातचीत
बुमराह भाई की यॉर्कर लाजवाब है- सैनी
सैनी, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी से गेंदबाज़ी के गुर सीखना चाहते हैं।
सैनी ने कहा, "हमने IPL में थोड़ी बहुत बात की थी, लेकिन उस दौरान ज़्यादा बात नहीं हो पाई। क्योंकि हम सब अपनी-अपनी टीमों के साथ व्यस्त थे।"
सैनी ने आगे कहा, "भुवनेश्वर भाई की स्विंग, बुमराह भाई की यॉर्कर और शमी भाई की पिच कराने के बाद सीम लाजवाब है। उम्मीद है कि मैं तीनों से ये सब सीख लूंगा और बेहतर गेंदबाज़ बनूंगा।"
बातचीत
भारतीय टीम के कप्तान के अंडर में खेलने से काफी कुछ सीखने को मिला- सैनी
नवदीप सैनी ने IPL के इस सीज़न में विराट कोहली के अंडर 13 मैचों में 11 विकेट लिए और 141 डॉट गेंद फेंकी।
कोहली की कप्तानी के सवाल पर सैनी ने कहा, "विराट कोहली के अंडर में खेलने से काफी कुछ सीखने को मिला। वह (कोहली) हमेशा मेरा हौसला बढ़ाते थे। उन्होंने मुझसे कहा कि कभी किसी तरह का दबाव न लेना और हर मैच में अपनी तरफ से 110 प्रतिशत योगदान देना। अब यह मेरी आदत बन गयी है।"
डेथ बॉलिंग
डेथ गेंदबाज़ी में सुधार करना चाहता हूं- सैनी
IPL में शानदार प्रदर्शन के बाद सैनी अब डेथ बॉलिंग पर ध्यान दे रहे हैं।
सैनी ने कहा, "चयन एक अलग चीज़ है, वो मेरे हाथ में नहीं है। लेकिन पहले आपको तैयार रहना होगा और अपनी कमजोरियों को दूर करना होगा।"
सैनी ने आगे कहा, "मेरा ध्यान वर्तमान में मेरी डेथ गेंदबाज़ी में सुधार लाने और अपनी ताकत (हार्ड लेंथ) को और मज़बूत करने पर है।"
बता दें कि हार्ड लेंथ गेंदबाज़ी बल्ले के ऊपरी हिस्से पर लगती है।
लेखक के विचार
क्या विश्व कप के बाद नवदीप सैनी को वेस्टइंडीज जाने का मिलेगा मौका?
हार्ड लेंथ पर 145 से ज़्यादा की गति से गेंदबाज़ी करने वाले नवदीप सैनी 2019 विश्व कप के बाद वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टीम का हिस्सा हो सकते हैं।
सैनी अगर इंग्लैंड में बुमराह की तरह यॉर्कर और स्लोवर बाउंसर (सरप्राइज डिलीवरी) सीख लेते हैं, तो वह जल्द ही भारत के प्रमुख गेंदबाज़ बन सकते हैं।
दिल्ली के लिए खेलने वाले सैनी सिर्फ सफेद गेंद के बॉलर नहीं हैं बल्कि लाल गेंद से भी वह अच्छी गेंदबाज़ी कर सकते हैं।