स्पेस-X फ्लाइट से वापस लौटे 4 अंतरिक्ष यात्री, ISS में बिताये 5 महीने
क्रू-5 मिशन के 4 अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 5 महीने बिताकर वापस आ गए हैं। ये सभी शनिवार को देर रात स्पेस-X फ्लाइट से वापस पृथ्वी पर लौटे हैं। जिस कैप्सूल में ये यात्री सवार थे, वो फ्लोरिडा तट से कुछ दूर मेक्सिको की खाड़ी में गिरा। इन अंतरिक्ष यात्रियों को अपने ठहराव के दौरान अंतरिक्ष जंक को चकमा देने के अलावा डॉक किए गए रूसी कैप्सूल में लीकेज की समस्या का सामना करना पड़ा था।
धरती पर आने में लगे 19 घंटे
अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाली पहली मूल अमेरिकी महिला नासा की निकोल मान के नेतृत्व में अंतरिक्ष यात्रियों ने शनिवार को स्टेशन से चेक आउट किया। इनको धरती पर आने में लगभग 19 घंटे का समय लगा। अंतरिक्ष यात्रियों का कैप्सूल समुद्र में तैर रहा था। यहीं से सभी को पिकअप किया गया। इन यात्रियों को पहले ही आना था, लेकिन पिछले सप्ताह तेज हवा और स्पलैशडाउन जोन में लहरों के चलते उन्हें स्टेशन पर कुछ दिन और रहना पड़ा।
अंतरिक्ष यात्रियों ने धरती की इन चीजों को किया याद
उत्तरी कैलिफोर्निया के वेलाकी की अंतरिक्ष यात्री निकोल मान ने कहा कि वो अपने चेहरे पर हवा को महसूस करने, ताजी घास की महक लेने और पृथ्वी पर स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेने के लिए इंतजार नहीं कर सकती थी। नासा के अंतरिक्ष यात्री जोश कसाडा अपने परिवार के लिए एक रेस्क्यू किया हुआ कुत्ता लाना चाहते हैं। अंतरिक्ष स्टेशन छोड़ने से पहले उन्होंने अपनी दो बिल्लियों को भी याद किया।
जापानी और रूसी यात्री सुशी और चाय के लिए तरसे
जापान के अंतरिक्ष यात्री कोइची वाकाटा ने बताया कि वो सुशी (एक जापानी व्यंजन) के लिए तरस गए। वहीं रूसी अंतरिक्ष यात्री अन्ना किकिना ने बताया कि वो असली कप से गर्म चाय पीने के लिए तरस रहे हैं। जापान के स्पेसफ्लाइट चैंपियन वाकाटा ने नासा के 5 मिशनों में अंतरिक्ष में 500 से अधिक दिन बिताने का अनुभव लिया है। ये सभी अंतरिक्ष यात्री नासा के क्रू-5 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन गए थे।
क्रू-6 के पहुंचते ही क्रू-5 सदस्यों को आना था वापस
नासा ने इसी महीने स्पेस-X क्रू-6 मिशन लॉन्च किया है। क्रू-6 मिशन के अंतरिक्ष में पहुंचते ही क्रू-5 के सदस्यों को पृथ्वी पर वापस लौटना था, लेकिन तेज हवा और लहरों के चलते क्रू-5 अंतरिक्ष यात्रियों को लौटने में देरी हुई। इन अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर वापस लौटने के बाद अतरिक्ष स्टेशन पर अब 7 अंतरिक्ष यात्री बचे हैं। इनमें से 3 यात्री अमेरिकी, 3 रूसी और एक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से हैं।
क्या है अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन?
अंतरिक्ष से जुड़ी खोज और वहां मानव जीवन के लिए अनुकूल परिस्थिति आदि की खोज के लिए अंतरिक्ष यात्री जाते रहते हैं। ऐसे में अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों के रहने-रुकने पर काफी पैसा खर्च होता है। इसको देखते हुए एक ऐसा सैटेलाइट तैयार किया गया, जिसमें वैज्ञानिक रुक सकें और अपने रिसर्च से जुड़े काम कर सकें। इसी को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) कहते हैं। नासा की अगुवाई में कई देशों की मदद से इसे तैयार किया गया है।