नासा ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया स्पेस-X क्रू-6 मिशन, खराबी के चलते टली थी लॉन्चिंग
नासा ने स्पेस-X क्रू-6 मिशन को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लगभग 11 बजे सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। पहले इसे 27 फरवरी लॉन्च किया जाना था, लेकिन लॉन्चिंग के दौरान इसमें ग्राउंड सिस्टम ईश्यू आ गया, जिसके चलते इसकी लॉन्चिंग नहीं हो पाई और इसमें सवार चारों अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर आना पड़ा। लॉन्चिंग के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पहुंचने लगभग 25 घंटे का समय लगेगा।
मिशन के लिए इस्तेमाल किया गया फाल्कन 9 रॉकेट
स्पेस-X की इस छठवीं ऑपरेशनल क्रू फ्लाइट में नासा के 2, रूस की अंतरिक्ष एजेंसी और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एक-एक अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। इस मिशन के लिए स्पेस-X लॉन्च वाहन में फाल्कन 9 रॉकेट का इस्तेमाल किया गया है। इसमें एंडेवर नाम के क्रू ड्रैगन कैप्सूल में अंतरिक्ष यात्री सबसे ऊपरी हिस्से में सवार हैं। यह मिशन नासा और एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-X के समझौते के तहत लॉन्च किया गया है।
ISS पर 6 महीने रहेंगे अंतरिक्ष यात्री
इस मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ISS पर पहुंचने वाले अंतरिक्ष यात्री 6 महीनों तक वहां रहेंगे और विज्ञान से जुड़े दर्जनों प्रयोग और अनुसंधान करेंगे। इस मिशन के चालक दल का नेतृत्व 59 वर्षीय स्टीफन बोवेन कर रहे हैं, जो अमेरिकी नौसेना के पनडुब्बी अधिकारी रहे हैं। इनको अंतरिक्ष शटल उड़ानों और 7 स्पेसवॉक के अनुभव के साथ ही अंतरिक्ष में 40 से अधिक दिनों तक रहने का अनुभव है।
संयुक्त अरब अमीरात से है एक अंतरिक्ष यात्री
इस मिशन में शामिल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल्नेदी अंतरिक्ष में जाने वाले अपने देश के दूसरे और लंबी अवधि के लिए अंतरिक्ष स्टेशन टीम के हिस्से के रूप में अमेरिका की धरती से लॉन्च होने वाले पहले व्यक्ति हैं। संयुक्त अरब अमीरात के पहले अंतरिक्ष यात्री ने 2019 में एक रूसी अंतरिक्ष यान पर सवार होकर अंतरिक्ष में प्रवेश किया था। अब अल्नेदी इस सूची में शामिल होने वाले दूसरे एस्ट्रोनॉट बने हैं।
क्रू-6 के पहुंचते ही क्रू-5 के अंतरिक्ष यात्री आ जाएंगे वापस
अमेरिका-रूस के बीच राजनीतिक तनाव के बावजूद इस मिशन में रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के भी एक अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। दरअसल, अमेरिका-रूस के बीच एक समझौते के तहत अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सोयुज कैप्सूल पर सवार होंगे, जबकि रूसी अंतरिक्ष यात्री क्रू ड्रैगन की सवारी करेंगे। क्रू-6 जब अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेगा तो क्रू-5 के अंतरिक्ष यात्री निकोल मान, जोश कसाडा, जाक्सा के कोइची वाकाटा और रोस्कोस्मोस कॉस्मोनॉट अन्ना किकिना स्पेस-X एंड्योरेंस अंतरिक्ष यान से वापस लौट आएंगे।
क्या है अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन?
अंतरिक्ष से जुड़ी खोज और वहां मानव जीवन के लिए अनुकूल परिस्थिति आदि की खोज के लिए अंतरिक्ष यात्री जाते रहते हैं। ऐसे में अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों के रहने-रुकने पर काफी पैसा खर्च होता है। इसको देखते हुए एक ऐसा सैटेलाइट तैयार किया गया, जिसमें वैज्ञानिक रुक सकें और अपने रिसर्च से जुड़े काम कर सकें। इसी को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) कहते हैं। नासा की अगुवाई में कई देशों की मदद से इसे तैयार किया गया है।