
विपक्षी एकता की कवायद तेज, कांग्रेस ने समान विचारधारा वाली पार्टियों को दिया बैठक का न्योता
क्या है खबर?
2024 लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की उम्मीद में कांग्रेस ने वर्तमान राजनीतिक स्थिति और रणनीति पर चर्चा करने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों के नेताओं की एक बैठक प्रस्तावित की है।
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने फोन पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और DMK प्रमुख एमके स्टालिन से संपर्क किया और उन्हें प्रस्तावित बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
DMK
DMK ने कांग्रेस की योजना का समर्थन किया
रिपोर्ट के मुताबिक, DMK ने कांग्रेस की इस योजना का समर्थन करते हुए बैठक में शामिल होने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।
कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस (TMC), समाजवादी पार्टी (SP), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) जैसी अन्य विपक्षी पार्टियों के जवाब का इंतजार कर रही है।
खबर है कि खड़गे ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी फोन पर इस बारे में चर्चा की है।
राहुल गांधी
राहुल गांधी के मामले पर नजर आई थी विपक्षी एकता
हाल ही में राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द करने को कई पार्टियों ने गलत कदम बताया था। इसके अगले ही दिन 14 विपक्षी पार्टियों ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन भी विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने संसद से विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाला था। इसके बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी।
कांग्रेस
2024 में एकजुट विपक्ष का नेतृत्व करेगी कांग्रेस?
खड़गे कह चुके हैं कि 2024 में कांग्रेस विपक्षी एकता का नेतृत्व करेगी।
फरवरी में हुए नागालैंड विधानसभा चुनाव के वक्त उन्होंने कहा था कि 2024 में कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन भाजपा का सत्ता से बाहर करेगा।
पिछले महीने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी भी 2024 के चुनावों में भाजपा को चुनौती देने के लिए विपक्ष को एकजुट करने का आह्वान कर चुकी है।
स्टालिन
स्टालिन के जन्मदिन पर जुटे थे विपक्षी नेता
1 मार्च को स्टालिन के जन्मदिन पर कई विपक्षी नेता जुटे थे। इस दौरान स्टालिन ने कहा था कि यह मेरे जन्मदिन का समारोह नहीं, बल्कि विपक्षी एकता की शुरुआत है।
उन्होंने कहा था कि 2024 लोकसभा चुनावों में कौन जीतता है, ये जरूरी नहीं है, बल्कि किसे नहीं जीतना चाहिए, ये जरूरी है।
अप्रैल में भी स्टालिन ने सामाजिक न्याय सम्मेलन आयोजित किया था, जिसमें कई विपक्षी नेताओं ने शिरकत की थी।
जानकारी
2019 में विपक्षी पार्टियों का कैसा प्रदर्शन रह था?
2019 के लोकसभा चुनावों में 14 मुख्य विपक्षी पार्टियों ने 160 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इन पार्टियों को कुल वोट का 39 प्रतिशत हिस्सा मिला था। ये लगभग उतने ही वोट थे, जितने भाजपा ने अकेले दम पर पाए थे।