दोषी करार दिए जाने के एक दिन बाद संसद पहुंचे राहुल गांधी, कांग्रेस करेगी देशव्यापी प्रदर्शन
क्या है खबर?
राहुल गांधी मोदी सरनेम से जुड़े मानहानि के मामले में दोषी करार दिए जाने के एक दिन बाद संसद पहुंचे हैं।
इस बीच कांग्रेस ने आज विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई है। उसने अपना पक्ष रखने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी समय मांगा है।
इसके अलावा आज दोपहर में सभी विपक्षी पार्टियां संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च भी करेंगी।
सोमवार से कांग्रेस इस मामले पर अन्य राज्यों में भी विरोध-प्रदर्शन करेगी।
आंदोलन
कांग्रेस की देशभर में आंदोलन की तैयारी
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी की सजा के खिलाफ प्रदर्शन की रणनीति को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर करीब दो घंटे तक बैठक की गई।
इसमें फैसला लिया गया कि पार्टी के शीर्ष नेता आज शाम सभी प्रदेश कांग्रेस प्रमुखों और कांग्रेस विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
इस बैठक में देशभर में राहुल को दोषी करार दिए जाने के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
बयान
हम पीछे नहीं हटेंगे- जयराम रमेश
जयराम ने राहुल को सजा के मामले पर कहा, "यह सिर्फ कानूनी मुद्दा नहीं है, बल्कि यह एक बहुत गंभीर राजनीतिक मुद्दा भी है, जो हमारे लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा है। यह मोदी सरकार की बदले की राजनीति, धमकी की राजनीति, डराने-धमकाने की राजनीति का एक बड़ा उदाहरण है। हम डरेंगे नहीं, पीछे नहीं हटेंगे और लड़ेंगे। हम उन सभी अधिकारों का उपयोग करेंगे, जो कानून ने हमें दिए हैं।"
सजा
राहुल गांधी को मिली है दो साल की सजा
राहुल गांधी को मोदी सरनेम से जुड़े मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने दोषी करार दिया है। इस मामले में उन्हें 2 साल की सजा हुई है और 15,000 रूपये का जुर्माना लगा है। हालांकि, उन्हें जमानत भी मिल गई है।
मामला 2019 का है। तब एक रैली में राहुल गांधी ने कहा था, "नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी... ऐसा कैसे है कि इन सभी का सरनेम मोदी है? सभी चोरों को सरनेम मोदी क्यों होता है?"
सदस्यता
राहुल गांधी की संसद सदस्यता पर है खतरा
सूरत कोर्ट से मिली सजा के बाद लोकसभा सचिवालय राहुल गांधी की संसद सदस्यता को खत्म कर सकता है। हालांकि, अगर हाई कोर्ट सूरत कोर्ट के फैसले पर रोक लगा दे तो ऐसा नहीं होगा।
अगर फैसले पर रोक नहीं लगी तो राहुल कानून के तहत 6 साल और सजा के 2 साल मिलाकर 8 सालों के लिए चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।
राहुल के वकील फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं।