झारखंड: सोमवार को होगा फ्लोर टेस्ट, किसके पक्ष में कितने विधायक?
झारखंड में सियासी उठापटक के बीच चंपई सोरेन ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। अब उन्हें कल (5 फरवरी) को बहुमत साबित करना है। इससे पहले हैदराबाद के एक रिजॉर्ट में भेजे गए गठबंधन के सभी विधायक वहां से निकल गए हैं। बता दें कि टूट की आशंका के चलते 37 विधायकों को हैदराबाद भेजा गया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा का कहना है कि बहुमत साबित करने के लिए उसके पास पर्याप्त संख्या है।
किसके पास कितने विधायक?
झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं और मुख्यमंत्री चंपई को बहुमत साबित करने के लिए 41 सीटों की आवश्यकता है। चंपई 47 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में JMM के 28, कांग्रेस के 16, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और CPI(ML) का एक-एक विधायक है। दूसरी ओर विपक्षी पार्टी भाजपा के 25, ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) के 3 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का एक विधायक हैं। राज्य में 2 निर्दलीय विधायक भी हैं।
सोरेन को मिली फ्लोर टेस्ट में शामिल होने की अनुमति
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी 5 फरवरी को विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे। PMLA कोर्ट ने उन्हें इसकी अनुमति दे दी है। बता दें कि कोर्ट ने 2 फरवरी को सोरेन को 5 दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रिमांड पर भेज दिया था। सोरेन ने गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी, जो खारिज कर दी गई।
JMM बोली- बहुमत साबित करेंगे
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी सोमवार को बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा, "हमारे पास 47 सदस्यों का समर्थन है। जिन लोगों ने समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए थे, उन्होंने भी रुख स्पष्ट कर दिया है। शपथ ग्रहण में हमारी विधायक सीता सोरेन शामिल हुईं। लोबिन हेंब्रम ने भी आज समर्थन देने का ऐलान किया है। रामदास सोरेन भी वहां रहेंगे।" भट्टाचार्य ने इस दौरान राज्यपाल की भूमिका पर भी सवाल उठाए।
लोबिन हेंब्रम ने दिया चंपई सरकार को समर्थन
फ्लोर टेस्ट से पहले JMM के लिए राहत भरी खबर है। विधायक लोबिन हेंब्रम ने चंपई सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने चंपई को बधाई देते हुए कहा कि वे उन्हें समर्थन देंगे। बता दें कि इससे पहले हेंब्रम ने JMM से नाता तोड़ने की घोषणा की थी। हालांकि, आज (4 फरवरी) को शिबू सोरेन से मुलाकात के बाद हेंब्रम ने चंपई को समर्थन देने की बात कही है।
किस मामले में घिरे हैं सोरेन?
ED झारखंड की राजधानी रांची में भारतीय सेना की भूमि की बिक्री समेत कई अन्य मामलों की जांच कर रही है। इस मामले में सोरेन भी आरोपी हैं। आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए सेना की 5 एकड़ जमीन बेची गई, जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत थी। 31 जनवरी को लंबी पूछताछ के बाद ED ने सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। इसके अलावा सोरेन खनन घोटाले में भी घिरे हुए हैं।