झारखंड: हजारीबाग में पुल तोड़कर नदी में गिरी श्रद्धालुओं की बस; 7 की मौत, 45 घायल
झारखंड के हजारीबाग जिले में आज एक बस के पुल तोड़कर नीचे नदी में गिरने से सात लोगों की मौत हो गई, वहीं लगभग 45 लोग घायल हुए हैं। घायलों को कड़ी मशक्कत और घंटों की मेहनत के बाद बस से बाहर निकाला जा सका और अभी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर घटना पर दुख व्यक्त किया है।
गिरिडीह से रांची जा रही थी बस, 50 से अधिक श्रद्धालु थे सवार
रिपोर्ट्स के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त बस गिरिडीह से रांची जा रही थी और हादसा हजारीबाग के टाटीझरिया थाना क्षेत्र में हुआ। यहां पहुंचने पर बस राष्ट्रीय राजमार्ग 100 पर बने पुल को तोड़ते हुए नीचे सिवाने नदी में सूखे स्थान पर जा गिरी। दुर्घटना के समय बस में 50 से अधिक यात्री सवार थे और ये सभी रांची के एक गुरुद्वारे के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। बस में सवार ज्यादातर लोग सिख समुदाय के थे।
कई घायलों को निकालने के लिए काटनी पड़ी बस
सड़क दुर्घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और लोगों को बस से निकालना शुरू कर दिया। जल्द ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और बचाव अभियान में शामिल हुई। सूखे इलाके में गिरने से बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी और लोगों को इससे निकालने के लिए बचावकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कुछ लोगों को तो गैस कटर की मदद से बस को काटकर बाहर निकाला गया।
दो लोगों की मौके पर ही मौत, घायलों को RIMS भेजने की तैयारी
हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक (SP) मनोज रतन छोटे ने बताया कि दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं बाकी पांच ने बाद में दम तोड़ा। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की स्थिति नाजुक है। घायलों का हजारीबाग के सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। SP ने कहा कि घायलों को बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS) भेजने की तैयारी की जा रही है।
बस का पुर्जा टूटने के कारण हुआ हादसा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरूआती जांच में बस का एक पुर्जा (पत्ती) टूटने के कारण ये हादसा होने की बात सामने आई है। पत्ती टूटने पर बस अनियंत्रित हो गई और पुल तोड़ते हुए नीचे नदी में जा गिरी।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया घटना पर दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है। वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ट्वीट करते हुए कहा, 'टाटीझरिया में पुल से बस के गिरने से यात्रियों के हताहत होने से मन व्यथित है। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारों को दुख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।'
न्यूजबाइट्स प्लस
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश में 4.03 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 1,55,622 मौतें हुईं। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 24,711 मौतें हुईं, वहीं तमिलनाडु में सबसे अधिक 57,090 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इससे पहले 2020 में देश में 3.66 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं जिनमें 1,31,714 लोगों की मौत हुई। विश्व बैंक के अनुसार, भारत में हर साल औसतन 4.5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं।