झारखंड: सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री सोरेन ने की विधायकों के साथ नाव की सवारी
झारखंड में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों की एक बैठक बुलाई। बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने और अपनी सहयोगी कांग्रेस के विधायकों के साथ तीन बसों में बैठकर निकलते हुए दिखाई दिए। वे रांची से लगभग 30 किलोमीटर दूर खूंटी जिले के लतरातू बांध के पास एक झील में नाव की सवारी के लिए गए। पहले अटकल थी कि वे छत्तीसगढ़ जा रहे हैं।
बैठक में 43 विधायक हुए शामिल, छह गायब
NDTV के मुताबिक, झारखंड में सियासी संकट से निपटने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गठबंधन के विधायकों की तीसरे दौर की मैराथन बैठक के बाद सभी विधायक तीन बसों में बैठकर चले गए। बैठक में कुल 43 विधायक शामिल हुए। रात तक उनके रांची लौटने की भी योजना बताई जा रही है। हालांकि, सत्तारूढ़ विधायकों की बसों का पीछा कर रहे मीडियाकर्मियों को स्थानीय पुलिस ने रोका लिया था।
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के बाद छाया सियासी संकट
चुनाव आयोग ने गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ राज्यपाल रमेश बैस को रिपोर्ट भेजी थी। यह रिपोर्ट उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने के मुद्दे पर है। हालांकि, रिपोर्ट में क्या है, अभी यह साफ नहीं है। इन खबरों के बीच राज्यपाल रमेश बैस भी दिल्ली से राजधानी रांची पहुंचे थे। ऐसे में चुनाव आयोग की ओर से उन्हें रिपोर्ट भेजे जाने की खबरों को बड़ा बल मिला है।
मामले में मुख्यमंत्री सोरेन ने भी किया था ट्वीट
शुक्रवार को मामले पर ट्वीट करते हुए हेमंत सोरेन ने लिखा, 'हमारे विरोधी राजनीतिक रूप से हमसे मुकाबला करने में असमर्थ हैं, वे संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर रहे हैं। लेकिन हम चिंतित नहीं हैं। लोगों ने हमें कुर्सी दी है। आप जो कर सकते हैं करो, मेरे लोगों के लिए मेरा काम कभी नहीं रुक सकता।' वहीं कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम ने कहा, "हमारा गठबंधन मजबूत है। हम हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन देंगे।"
भाजपा सांसद का विधायकों को छत्तीसगढ़ भेेजे जाने का दावा
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आज ट्वीट किया, "झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कुछ विधायक सुबह 2 बजे छत्तीसगढ़ पहुंचे। अधिकांश विधायक जाने से हिचक रहे, JMM के वरिष्ठ नेता बसंत सोरेन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। कुछ बसें रांची में खड़ी हैं।"
किस पार्टी में कितने विधायक?
81 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के 49 विधायक हैं। सबसे बड़ी पार्टी JMM के 30 विधायक, कांग्रेस के 18 विधायक और तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल का एक विधायक है। मुख्य विपक्षी दल भाजपा के पास 26 विधायक हैं। मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने दावा किया था कि सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 50 विधायक हैं, लेकिन यह संख्या अध्यक्ष सहित 56 तक जा सकती है। उन्होंने कहा था कि उन्होंने भाजपा से रिसॉर्ट राजनीति सीखी है।
क्या है सोरेन के खिलाफ लाभ के पद का मामला?
मुख्यमंत्री सोरेन के खिलाफ खनन मामले में जांच जारी है। यह मामला खुद के नाम पर खनन पट्टा आवंटन कराने और पद का दुरुपयोग करने से जुड़ा है। इसको लेकर 10 फरवरी को भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर मुख्यमंत्री सोरेन की सदस्यता रद्द करने कि मांग की थी। भाजपा का आरोप है कि सोरेन ने पद पर रहते हुए अनगड़ा में खनन पट्टा लिया है। यह लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 9A का उल्लंघन है।