हेमंत सोरेन को ED का समन, खनन मामले से जुड़ी पूछताछ के लिए बुलाया
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया है। राज्य में कथित खनन घोटाले में हुई मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसी ने सोरेन को समन भेजा है और उन्हें गुरुवार को पेश होने को कहा है। हाल ही में एजेंसी को इस मामले के आरोपी और सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा के घर छापे के दौरान मुख्यमंत्री की बैंक पासबुक और चेक बुक मिली थी।
चेकबुक के बारे में सवाल कर सकती है ED
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ED के अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पंकज मिश्रा के खिलाफ कुछ तथ्य सामने आए हैं, जिनकी पुष्टि करना जरूरी है। वहीं एक सूत्र ने कहा कि ED अधिकारी मुख्यमंत्री से मिश्रा के घर मिले उनके हस्ताक्षर किए हुए चेक के बारे में बारे में सवाल पूछेंगे। बता दें कि एजेंसी ने मिश्रा को पिछले साल गिरफ्तार किया था। मिश्रा और दो अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है।
कैसे शुरू हुई थी जांच?
ED ने झारखंड के साहेबगंज जिले के कथित खनन मामले की जांच शंभू नंदन कुमार नामक शिकायतकर्ता की शिकायत पर शुरू की थी। कुमार ने आरोप लगाया था कि 22 जून, 2020 को मिश्रा ने उन्हें टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने पर धमकाया और फोन कर टेंडर प्रक्रिया में भाग न लेने को कहा था। जब उन्होंने यह बात मानने से इनकार कर दिया तो मिश्रा के इशारों पर भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था।
मिश्रा पर लगे हैं गंभीर आरोप
सितंबर में एजेंसी ने रांची स्थित विशेष अदालत को जानकारी दी कि उसने साहेबगंज जिले और आसपास के इलाकों में 1,000 करोड़ रुपये के अवैध खनन के पत्थरों का पता लगाया है। यह भी आरोप है कि मिश्रा का लगभग खदानों में तय हिस्सा था। ED ने इस मामले में मिश्रा, उनके करीबी बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को आरोपी बनाया है और ये सभी न्यायिक हिरासत में है।
ED ने चार्जशीट में दायर किया पूर्व कोषाध्यक्ष का बयान
ED ने अपनी शिकायत में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल के बयान को शामिल किया है। इस बयान में केजरीवाल ने कहा था कि एक बार बैठक में मुख्यमंत्री ने मिश्रा को सीधे तौर पर पत्थर और बालू खनन से आने वाले पैसे को प्रेम प्रकाश को देने को कहा था, जो इसे एक व्यापारी को सौंप देते। हालांकि, मिश्रा की गिरफ्तारी से दो दिन पहले JMM ने इन आरोपों का खंडन किया था।
47 जगहों पर छापेमारी कर चुकी है ED
ED ने यह भी आरोप लगाया है कि मिश्रा ने दुमका के कमिश्नर चंद्र मोहन प्रकाश को एक हादसे की जांच रोकने के लिए प्रभावित किया था, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी। बता दें कि ED इस मामले में 47 ठिकानों पर जांच कर चुकी है और करोड़ों रुपये बरामद किए हैं। प्रेम प्रकाश मिश्रा के आवास पर छापेमारी के दौरान एजेंसी ने दो AK-47 असॉल्ट राइफल्स और 60 राउंड गोलियां बरामद की थी।