चंपई सोरेन होंगे झारखंड के नए मुख्यमंत्री, ED ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया
क्या है खबर?
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चंपई सोरेन उनकी जगह ये पद संभालेंगे और राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे।
जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के हेमंत को गिरफ्तार करने की आशंका के बीच राज्य में मुख्यमंत्री के चेहरे में ये बदलाव हुआ, इसके बाद ED ने हेमंत को गिरफ्तार कर लिया है।
सत्तारूढ़ महागठबंधन के विधायक चंपई के समर्थन में अपना समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपने राजभवन पहुंचे।
परिचय
कौन हैं चंपई सोरेन?
एक किसान के बेटे चंपई हेमंत सोरेन की सरकार में वरिष्ठ मंत्री थे और झारखंड राज्य के निर्माण को लेकर हुए आंदोलन में उन्होंने अहम भूमिका अदा की थी। उन्हें 'झारखंड टाइगर' के नाम से भी जाना जाता है।
उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज कर अपने चुनावी सफर की शुरुआत की थी।
वे पहले अर्जुन मुंडा की सरकार में मंत्री रहे और अभी हेमंत सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री थे।
अटकलें
हेमंत की पत्नी कल्पना के मुख्यमंत्री बनने की थीं अटकलें
बता दें कि चंपई के साथ-साथ हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन का नाम भी नए मुख्यमंत्री की रेस में चल रहा था।
इंडिया टुडे के अनुसार, हेमंत ने महागठबंधन के विधायकों से 2 सादे कागजों पर हस्ताक्षर कराए थे। कहा जा रहा है कि इनमें से एक कल्पना और एक चंपई को मुख्यमंत्री बनाने के लिए था। अंत में चंपई को चुना गया।
कल्पना विधायक नहीं थी, ये उनके पिछड़ने का एक कारण हो सकता है।
आरोप
ED ने हेमंत सोरेन को क्यों गिरफ्तार किया?
हेमंत सोरेन को रांची में भारतीय सेना की भूमि बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मामले में आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए सेना की 5 एकड़ जमीन बेची गई, जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत थी।
इंडिया टुडे के अनुसार, कुछ अधिकारियों ने हेमंत के भी मामले में शामिल होने की बात कही और पूछताछ में जब हेमंत से इस बारे में सवाल पूछा गया तो वे जवाब नहीं दे पाए।
आंकड़े
क्या है झारखंड विधानसभा की स्थिति?
81 सदस्यीय झारखंड में सत्तारूढ़ महागठबंधन के अभी 46 विधायक हैं।
इनमें से 29 विधायक झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के हैं, वहीं कांग्रेस के 16 और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का एक विधायक है। JMM के एक विधायक ने हाल ही में इस्तीफा दिया था।
विपक्षी पार्टी भाजपा के पास 25 विधायक हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि सत्तारूढ़ गठबंधन स्पष्ट बहुमत हैं और उसकी सरकार पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है।