चीन और पाकिस्तान हुए एक, भारत कमजोर स्थिति में- राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि चीन और पाकिस्तान दोनों एक हो गए हैं और अगर कोई युद्ध होता है तो यह दोनों के साथ होगा। इससे देश को बड़ा नुकसान होने वाला है और इस समय भारत कमजोर स्थिति में है। 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान पूर्व सैन्य अधिकारियों से बात करते हुए राहुल ने कहा कि चीन और पाकिस्तान भारत को चौंकाने की तैयारी कर रहे हैं, इसलिए सरकार को चुप नहीं बैठना चाहिए।
"पहले चीन और पाकिस्तान को अलग रखने की थी पॉलिसी"
राहुल ने कहा, "पहले हमारे दो दुश्मन थे। एक पाकिस्तान और एक चीन। हमारी जो पॉलिसी थी, वो उन दोनों को अलग करके रखने की पॉलिसी थी। विदेश नीति के पीछे यह कोशिश थी कि ये दोनों एक साथ न हो जाएं।"
कई क्षेत्रों में एक साथ आगे बढ़ रहे चीन और पाकिस्तान- राहुल
कांग्रेस की तरफ से जारी वीडियो में राहुल ने कहा, "पहले लोग कहते थे कि दो मोर्चों पर जंग नहीं होनी चाहिए। फिर कहा कि 'ढाई मोर्चों' पर जंग चल रही है, जिसका मतलब है- पाकिस्तान, चीन और आतंकवाद। आज एक ही मोर्चा है। मतलब चीन और पाकिस्तान एक हो गए हैं। अब कोई भी युद्ध होगा, वो एक से नहीं, दोनों से होगा।" उन्होंने कहा कि ये दोनों देश कई क्षेत्रों में एक साथ आगे बढ़ रहे हैं।
पुराने नजरिये के साथ आगे बढ़ रहे हैं हम- राहुल
पूर्व सैन्य अधिकारियों से बात करते हुए राहुल ने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से बढ़ रही है, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था 2014 के बाद धीमी पड़ गई है। भारत के अंदर आज अशांति, लड़ाई-झगड़ा और नफरत है। उन्होंने आगे कहा, "हमारा नजरिया अभी भी ढाई मोर्चा जंग का है। हमारा नजरिया अभी भी संयुक्त युद्ध और साइबर युद्ध का नहीं है। भारत इस समय कमजोर स्थिति में है। पाकिस्तान और चीन हमें चौंकाने की तैयारी में है।"
चीनी सैनिकों के साथ हुई थी झड़प
गौरतलब है कि इसी महीने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसमें दोनों देशों के सैनिक घायल हुए थे। इसके बाद दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडरों ने एक फ्लैग मीटिंग भी की, जिसमें इलाके में शांति बहाल करने के लिए तय तंत्र के तहत मुद्दे पर चर्चा की गई। इस झड़प को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर हमला बोला था।
सरकार ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी थी?
विपक्ष की आलोचनाओं के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन को यथास्थिति नहीं बदलने देगी। इस समय वहां चीन के खिलाफ भारतीय सेना की अब तक की सबसे बड़ी तैनाती है। विदेश मंत्री ने कहा कि सेना वहां इसलिए नहीं गई है क्योंकि राहुल गांधी ने उसे जाने को कहा है। सेना इसलिए गई है क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री ने उसे वहां जाने का आदेश दिया था।"