भारत के साथ संबंधों को लेकर चीन ने अमेरिका को दी धमकी, पेंटागन ने किया दावा
अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन ने उसके और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों में दखलअंदाजी नहीं करने को लेकर अमेरिका को चेतावनी दी है। बतौर रिपोर्ट, चीन की सेना भारत को अमेरिका के नजदीक जाने से रोकना चाहती है, जिसके लिए वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने की कोशिश कर रही है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
पेंटागन ने चीन की सैन्य निर्माण क्षमता पर कांग्रेस को दी गई अपनी रिपोर्ट में कहा, "चीन तनाव कम करना चाहता है ताकि भारत अमेरिका के और करीब न जाए। चीनी अधिकारियों ने अमेरिकी अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे भारत के साथ उसके संबंधों में हस्तक्षेप न करें।'' इसमें आगे कहा गया है कि चीन और भारत के बीच वार्ता में अधिक प्रगति नहीं हुई क्योंकि दोनों देश LAC पर अपने-अपने स्थान से हटने को तैयार नहीं है।
परमाणु शक्ति में बढ़ोतरी कर रहा है चीन- रिपोर्ट
पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन तेजी से अपनी परमाणु शक्ति में इजाफा कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में चीन के पास 400 से अधिक परमाणु हथियारों का भंडार जमा हो गया है। एक अनुमान के मुताबिक, अगर चीन अपने परमाणु विस्तार की गति को इस तरह जारी रखता है तो वह 2035 तक लगभग 1,500 परमाणु हथियारों का भंडार जमा कर लेगा।
चीन ने अवैध रूप से की सेना तैनाती
पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गलवान घाटी की झड़प के बावजूद चीन ने LAC पर अवैध रूप से अपनी सेना तैनात की और बुनियादी ढांचे का निर्माण जारी रखा। चीन ने भारत के बुनियादी ढांचे के निर्माण को चीनी क्षेत्र पर अतिक्रमण के रूप में मानते हुए भारत को गतिरोध का दोषी ठहराया। वहीं, भारत ने चीन पर भारत के क्षेत्र में आक्रामक घुसपैठ शुरू करने का आरोप लगाया।
रिपोर्ट में गलवान घाटी में हुई झड़प का भी जिक्र
पेंटागन की रिपोर्ट में लद्दाख की गलवान घाटी में जून, 2020 में भारतीय सेना और चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प का भी जिक्र किया गया है। इस झड़प में भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट के कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए थे। गौरतलब है कि इसमें PLA के भी सैनिकों के मारे जाने की बात सामने आई थी, लेकिन चीन ने इसे स्वीकार नहीं किया।
भारत और अमेरिका के बीच जारी है युद्धाभ्यास
LAC से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर उत्तराखंड के औली में भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास चल रहा है। यह युद्धभ्यास 15 नवंबर को शुरू हुआ था और 2 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें दोनों देशों के 350-350 जवान हिस्सा ले रहे हैं। भारत और अमेरिका के बीच हर साल द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास होता है, जिसे 'युद्धाभ्यास' के नाम से जाना जाता है। पिछले साल यह अभ्यास अक्टूबर में अमेरिका के अलास्का में आयोजित हुआ था।