पाकिस्तान के साथ नहीं होगी बातचीत, आतंकवाद बर्दाश्त नहीं- अमित शाह
क्या है खबर?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सरकार पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं करेगी।
बारामूला में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसे देश का सबसे शांति वाला इलाका बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 1990 के बाद से आतंकवाद जम्मू-कश्मीर में 42,000 जानें ले चुका है।
बता दें कि इन दिनों अमित शाह जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं।
बयान
हमें पाकिस्तान से बात क्यों करनी चाहिए- शाह
रैली में दिए अपने संबोधन में शाह ने कहा, "कुछ लोग कहते हैं कि हमें पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। हमें पाकिस्तान से बात क्यों करनी चाहिए? हम बात नहीं करेंगे। हम बारामूला के लोगों से बात करेंगे, हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी और इसे खत्म करेगी। सरकार जम्मू-कश्मीर को देश में सबसे शांतिपूर्ण जगह बनाना चाहती है।
बयान
पाकिस्तान की बात करने वालों पर उठाए सवाल
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कुछ लोग अकसर पाकिस्तान की बात करते हैं। उन्होंने पूछा कि आज पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के कितने गांवों में बिजली के कनेक्शन हैं।
जम्मू-कश्मीर में किए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा, "पिछले तीन सालों में हमने सुनिश्चित किया है कि कश्मीर के सभी गांवों में बिजली के कनेक्शन हों।"
इस मौके पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिवारों पर भी जमकर हमला बोला।
जानकारी
लंबे समय से बंद है भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत
भारत की आजादी को 75 साल पूरे हो चुके हैं इस दौरान पाकिस्तान के साथ संबंध अधिकतर समय तनावपूर्ण ही रहे हैं। दोनों देशों के बीच युद्ध भी हो चुके हैं, जिसमें पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है।
2019 पुलवामा हमले के बाद से दोनों देशों के संबंधों में आया तनाव अभी भी बरकरार है और बातचीत बंद है। भारत का हमेशा से कहना रहा है कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद फैलाता है।
जानकारी
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कही थी बातचीत की बात
बीते महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि उनका देश बातचीत के जरिये भारत के साथ 'स्थायी शांति' चाहता है और कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों देशों के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात करते हुए शरीफ ने कहा था कि इलाके में स्थायी शांति कश्मीर मुद्दे के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के तहत समाधान से जुड़ी हुई है।
बयान
शरीफ बोले- दोनों देशों को अर्थव्यवस्था और व्यापार में करना चाहिए मुकाबला
प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के दौरान शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान और भारत को व्यापार, अर्थव्यवस्था और अपने लोगों की हालत बेहतर करने में मुकाबला करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, "हम बातचीत के जरिये भारत के साथ स्थायी शांति चाहते हैं क्योंकि युद्ध दोनों ही देशों के लिए विकल्प नहीं है।"
इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान अपनी अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए सेना पर खर्च करता है न कि आक्रमण करने के लिए।