कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार, 24 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
क्या है खबर?
कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार का आज मंत्रिमंडल विस्तार हुआ, जिसमें 24 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरण के साथ ही सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच भी तालमेल बैठाने की कोशिश की गई है।
मुस्लिम और जैन समुदाय के साथ ही वोक्कालिग्गा, लिंगायत, कुरुबा, ब्राह्मण, इडिगा, अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी।
नाम
ये 24 विधायक बने मंत्री
जिन 24 लोगों के मंत्री के तौर पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई है, उनमें- एचके पाटिल, कृष्णा बायरे गौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, डॉक्टर एचसी महादेवप्पा, ईश्वर खंड्रे, क्याथासंद्रा एन राजन्ना, दिनेश गुंडुराव, शरणबसप्पा दर्शनापुर, शिवानंद पाटिल, तिम्मापुर रामप्पा बलप्पा, एसएस मल्लिकार्जुन, तंगदगी शिवराज संगप्पा, डॉक्टर शरणप्रकाश रुद्रप्पा पाटिल, मंकल वैद्य, लक्ष्मी आर हेब्बालकर, रहीम खान, डी सुधाकर, संतोष एस लाड, एनएस बोस राजू, सुरेश बीएस, मधु बंगारप्पा, डॉक्टर एमसी सुधाकर और बी नागेंद्र शामिल हैं।
महिला
मंत्रिमंडल में केवल एक महिला को मिली जगह
मंत्रिमंडल में लक्ष्मी हेब्बालकर ने अकेली महिला मंत्री के रूप में शपथ ली। लक्ष्मी बेलगावी ग्रामीण सीट से विधायक हैं और पंचमशाली लिंगायत समुदाय से आती हैं।
मंत्रिमंडल में एक मुस्लिम और एक जैन विधायक को भी जगह मिली है। 4 वोक्कालिग्गा और 5 लिंगायत समुदाय के विधायकों को भी मंत्री बनाया गया है।
कांग्रेस ने शुक्रवार शाम मंत्रियों के नाम की जो सूची जारी की थी, उसमें जाति का भी जिक्र था।
शपथ
10 मंत्री पहले ही ले चुके हैं शपथ
20 मई को सिद्धारमैया और शिवकुमार के साथ 8 विधायक मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं।
इनमें जी परमेश्वर, के एच मुनियप्पा, के जे जॉर्ज, एम बी पाटिल, सतीश जारकीहोली, प्रियांक खड़गे, रामालिमगा रेड्डी और बी जेड जमीर अहमद खान शामिल हैं।
बेंगलुरू में विपक्ष के कई दिग्गज नेताओं की उपस्थिति के बीच इन नेताओं ने शपथ ली थी। हालांकि, अभी तक किसी को भी मंत्रालय का आवंटन नहीं किया गया है।
मंथन
गहन मंथन के बाद तय किए गए नाम
बताया जा रहा है कि नामों के चयन को लेकर पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत कई शीर्ष नेताओं ने तीन दिन बैठकें कीं। इन बैठकों में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई नेता शामिल हुए।
मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए कर्नाटक के कई विधायकों और समर्थकों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा था।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, योग्यता, वरिष्ठता, जाति और क्षेत्र के आधार पर नाम फाइनल किए गए हैं।
नतीजे
क्या रहे थे कर्नाटक चुनाव के नतीजे?
कर्नाटक चुनाव के नतीजे 13 मई को घोषित हुए थे, जिसमें कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत हासिल की। यह राज्य में पिछले 34 वर्षों में किसी भी पार्टी द्वारा दर्ज की गई सबसे बड़ी जीत है।
भाजपा ने 66 सीटें जीती हैं, जबकि जनता दल सेक्युलर (JDS) 19 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुई। अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों के खाते में 4 सीटें गईं।
कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 10 मई को मतदान हुआ था।