कर्नाटक में कांग्रेस जीती, राज्य में 34 साल में किसी भी पार्टी की सबसे बड़ी जीत
कर्नाटक चुनाव की सभी 224 सीटों के नतीजे आ गए हैं। कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए 135 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं भाजपा 66 सीटों पर सिमट कर रह गई। चुनाव में जनता दल सेक्युलर (JDS) को 19 सीटें मिलीं, जबकि 4 सीटों पर अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। ये पिछले 34 साल में कर्नाटक में किसी भी पार्टी की सबसे बड़ी जीत है।
किस पार्टी को मिले कितने प्रतिशत वोट?
कर्नाटक में पिछले चुनाव में 72.36 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इस बार चुनाव में रिकॉर्ड 73.19 प्रतिशत मतदान हुआ था। कांग्रेस को इसमें से 43 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि भाजपा का वोट प्रतिशत 36 के करीब रहा। JDS को 13.3 प्रतिशत और अन्य पार्टियों को 6 प्रतिशत वोट मिले हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 38.14 प्रतिशत, भाजपा को 36.35 प्रतिशत, JDS को 18.3 प्रतिशत और अन्य पार्टियों को 7.21 प्रतिशत वोट मिले थे।
आखिरी बार 1989 में किसी पार्टी ने दर्ज की थी इतनी बड़ी जीत
राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने चुनाव नतीजों को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि वोट शेयर और सीट शेयर के हिसाब से कर्नाटक में कांग्रेस की पिछले 34 सालों में ये सबसे बड़ी जीत है। कर्नाटक में इससे पहले 1989 के विधानसभ चुनाव में कांग्रेस ने वीरेंद्र पाटिल की अगुवाई में 178 सीटों पर जीत दर्ज की थी। उस वक्त कांग्रेस को 43.76 फीसदी वोट मिले थे। इसके बाद किसी पार्टी को इतने वोट या सीटें नहीं मिलीं।
कर्नाटक में हार के बाद भाजपा मुक्त हुआ दक्षिण भारत
दक्षिण भारत में कर्नाटक ही एकलौता ऐसा राज्य था, जहां भाजपा की सरकार थी। कर्नाटक चुनाव में भाजपा की हार के बाद उसका दक्षिण भारत से सूपड़ा साफ हो गया है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "पहले हमने हिमाचल प्रदेश जीता और अब हमने कर्नाटक में जीत दर्ज की है। वो (भाजपा नेता) 'कांग्रेस मुक्त भारत' की बात करते थे, लेकिन अब दक्षिण भारत 'भाजपा मुक्त' है।"
सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
कर्नाटक में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत के बाद यहां मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को लेकर चर्चा भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार का नाम आगे चल रहा है। अभी रेस में सिद्धारमैया को फेवरेट माना जा रहा है, लेकिन शिवकुमार भी ज्यादा पीछे नहीं है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि पार्टी आलाकमान ही मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम निर्णय लेगा।
पिछली बार क्या रहे थे विधानसभा चुनाव के नतीजे?
कर्नाटक में 2018 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 104 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने 80 सीटें हासिल की थीं, वहीं JDS के खाते में 37 सीटें आई थीं। अन्य पार्टियां 3 सीटें जीतने में कामयाब रही थीं। चुनाव के बाद कांग्रेस और JDS ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन दोनों पार्टियों के कुछ विधायकों के बगावत करके भाजपा में जाने के बाद सरकार गिर गई थी और फिर भाजपा ने सरकार बना ली थी।