
कर्नाटक में उबाल पर आया हिजाब विवाद, मुख्यमंत्री के तीन दिन स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश
क्या है खबर?
कर्नाटक में हिजाब पहनने को लेकर शुरु हुआ विवाद मंगलवार को उबाल पर आ गया।
हिजाब के विरोध में शिमोगा के फर्स्ट ग्रेड सरकारी कॉलेज परिसर में एक छात्र ने खंभे पर चढ़कर भगवा झंडा फहरा दिया, वहीं मांड्या के प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में हिजाब पहने हुई छात्राएं और भगवा शॉल डाले युवक आमने-सामने हो गए।
बिगड़ते हालातों को देखते हुए अब मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य में सभी स्कूल-कॉलेजों को तीन दिन बंद रखने का आदेश दिया है।
पृष्ठभूमि
कैसे हुई थी हिजाब विवाद की शुरुआत?
हिजाब विवाद की शुरुआत 28 दिसंबर को उडुपी के पीयू कालेज में छह छात्राओं को हिजाब पहनने पर कक्षाओं में प्रवेश न देने से हुई थी।
कॉलेज प्रशासन का कहना था छात्राएं कैंपस में हिजाब पहन सकती हैं, लेकिन क्लास में नहीं। यदि उन्हें परेशानी है तो वे ऑनलाइन कक्षा का विकल्प ले सकती हैं।
छात्राओं ने कालेज का फैसला मानने से इनकार करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया और 1 फरवरी को हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी।
विरोध
हिंदू संगठनों के छात्र भी विरोध में उतरे
मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनकर कॉलेज में जाने को लेकर अब हिंदू संगठनों के छात्र भी विरोध में उतर आए हैं। वह गले में भगवा शॉल डालकर कॉलेजों में पहुंचने लगे हैं। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने उन्हें भी प्रवेश नहीं दे रहा है।
छात्रों का कहना है कि यदि मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर आएंगी तो वो भी भगवा शॉल पहनेंगे। इसको लेकर अब राज्य में विवाद बढ़ता जा रहा है और छात्र और छात्राओं के समूह आमने-सामने हो रहे हैं।
भगवा झंडा
शिमोगा में छात्रों ने फहराया भगवा झंडा
शिमोगा के फर्स्ट ग्रेड सरकारी कॉलेज में मंगलवार को भगवा शॉल पहने छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान एक छात्र ने कॉलेज में लगे एक पोल पर चढ़कर भगवा झंडा फहरा दिया। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
इसको लेकर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने राष्ट्रीय ध्वज को उतारकर भगवा झंडा फहराने का आरोप लगाया है। उन्होंने बिगड़ते हालातों को देखते हुए शिक्षण संस्थाओं को एक सप्ताह के लिए बंद करने की मांग की थी।
जानकारी
भाजपा ने मांगा राष्ट्रीय ध्वज हटाने का सबूत
डीके शिवकुमार के आरोपों को लेकर कर्नाटक भाजपा ने कहा कि यदि वह कॉलेज में राष्ट्रीय ध्वज हटाए जाने का सबूत देंगे तो उनकी सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। इसी तरह सबूत नहीं देने पर उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
आमने-सामने
मांड्या में आमने-सामने हुए छात्र और छात्राएं
इधर, मांड्या के प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में हिंदू-मुस्लिम छात्र समूह हिजाब और भगवा स्कार्फ के मामले में आमने-सामने हो गए।
इस दौरान भगवा स्कार्फ वाले छा्त्रों ने हिजाब पहने हुए एक छात्रा से बदसलूकी करते हुए उसे धक्का मार दिया। इसके अलावा छात्रों ने 'जय श्री राम' नारे भी लगाए।
इसके विरोध में छात्राओं ने भी 'अल्लाह-हू-अकबर' के नारे लगाना शुरू कर दिया। इससे हालात तनावपूर्ण हो गए और पुलिस को बीच-बचाव के लिए सख्ती बरतनी पड़ी।
पथ्राव
बागलकोट में छात्र और छात्राओं ने किया पथराव
बागलकोट के रबाकविबनहट्टी के गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में हिजाब पहने छात्राओं और भगवा स्कार्फ पहने छात्रों के समूह भी आमने सामने हो गए।
इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से पथराव भी किया गया, जिसमें कई छात्र-छात्राएं घायल हो गईं। उस दौरान पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उपद्रवियों पर लाठीचार्ज कर उन्हें वहां से खदेड़ा।
इसी तरह चिकमंगलूर के आईडीएसजी कॉलेज और विजयपुरा जिले के शांतेश्वर प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।
सुनवाई
हाई कोर्ट ने कही कानून के अनुसार फैसला लेनेे की बात
इस मामले में मंगलवार दोपहर कर्नाटक हाई कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान जस्टिस कृष्ण एस की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि उसे इस मुद्दे पर भावनाओं को परे रखकर कानून के अनुसार फैसला लेना होगा। सरकार कुरान के खिलाफ फैसला नहीं दे सकती है। पसंद की पोशाक या हिजाब पहनना मौलिक अधिकार है, लेकिन सरकार मौलिक अधिकारों को प्रतिबंधित कर सकती है।
कोर्ट ने छात्र-छात्राओं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
सवाल
कोर्ट ने सरकार और याचिकार्ताओं से किए सख्त सवाल
कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि कुरान का कौनसा भाग हिजाब को अनिवार्य बनाता है? कोर्ट के पुस्तकालय से कुरान की एक प्रति भी मंगवाई और याचिकाकर्ता को वह लाइन पढ़कर सुनाने को कहा।
कोर्ट ने यह भी पूछा कि क्या सभी परंपराएं मौलिक प्रथाएं हैं और उनका अधिकार क्षेत्र क्या है?
इसी तरह कोर्ट ने सरकार से भी सवाल किया कि वह हिजाब पहनने की अनुमति क्यों नहीं दे सकती है? मामले में बुधवार को भी सुनवाई जारी रहेगी।
आदेश
मुख्यमंत्री ने दिए तीन दिन स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश
हिजाब को लेकर बढ़ते विवाद और तनाव को देखते हुए अब मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने तीन दिन तक सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने ट्वीट किया, 'मैं सभी छात्रों, शिक्षकों और स्कूलों और कॉलेजों के प्रबंधन के साथ-साथ लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करता हूं। मैंने अगले तीन दिनों के लिए सभी हाई स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश दिया है। सभी से सहयोग की अपील है।'
जानकारी
कर्नाटक सरकार ने दिया था यह आदेश
इससे पहले कर्नाटक सरकार ने शनिवार को स्कूल और कॉलेजों में कर्नाटक शिक्षा अधिनियम, 1983 की धारा 133 (2) लागू करने का आदेश दिया था। इसके तहत सभी सरकारी और निजी स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रबंधन द्वारा निर्धारित वर्दी ही पहनकर आना होगा।