भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा, लेकिन अशोक गहलोत कदम नहीं उठा रहे- सचिन पायलट
क्या है खबर?
राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा, लेकिन गहलोत इस संबंध में कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
बता दें कि पायलट राजस्थान में अजमेर से लेकर जयपुर तक पांच दिवसीय 'जन संघर्ष यात्रा' निकाल रहे हैं, जिसका आज चौथा दिन है। इसी दौरान उन्होंने यह बात कही है।
कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं की- पायलट
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए पायलट ने कहा, "हमें लोगों का समर्थन मिल रहा है, क्योंकि हमारे मुद्दे जरूरी हैं। मुख्यमंत्री राज्य का चेहरा हैं और गहलोत और मुझे भ्रष्टाचार से एकजुट होकर लड़ना होगा, लेकिन मुख्यमंत्री ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। मैं भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई को लेकर लंबे समय से मुख्यमंत्री को पत्र लिखता रहा हूं।"
बता दें कि पायलट भ्रष्टाचार के मामलों में जांच न होने पर यह यात्रा निकाल रहे हैं।
बयान
पायलट बोले- कार्रवाई नहीं करेंगे तो जनता को क्या जवाब देंगे
पायलट ने कहा कि कर्नाटक की तर्ज पर राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है, जिसके लिए कार्यकर्ता कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ रही है। हमने चुनाव से पहले जनता से भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की बात कही थी। अब सरकार बने 4.5 साल हो गए हैं। हम अगर भ्रष्टाचार की जांच करवाकर कार्रवाई नहीं करेंगे तो आने वाले चुनावों में जनता को क्या जवाब देंगे?"
जवाब
केवल पायलट को नहीं दिख रही कार्रवाई- मुख्यमंत्री के OSD
इस बीच गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने पायलट पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, "सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है, किसी को भी बख्शा नहीं जा रहा है, जो सभी को दिख रहा है सिवाय पायलट के। अगर कोई सरकार के खिलाफ माहौल बना रहा है तो आलाकमान इस पर फैसला करेगा।"
निशाना
भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत पर निशाना साध रहे हैं पायलट
बता दें कि पायलट भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लगातार गहलोत पर निशाना साध रहे हैं।
जन संघर्ष यात्रा के दौरान ही वे पेपर लीक के मुद्दे पर भी सरकार को घेर चुके हैं।
अप्रैल में पायलट ने गहलोत पर भाजपा नेता वसुंधरा राजे के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया था। 11 अप्रैल को वे राज्य सरकार के खिलाफ एक दिन के धरने पर बैठ गए थे। बता दें कि दोनों के बीच विवादों का लंबा इतिहास रहा है।
बयान
पहले भी सरकार पर सवाल उठा चुके हैं पायलट
पुलवामा शहीदों की पत्नियों के साथ हुई बदसलूकी को लेकर भी पायलट ने गहलोत को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। वे पेपर लीक पर भी कई बार सरकार विरोधी बयान दे चुके हैं।
पायलट ने कहा था कि विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं, अगर सभी को सम्मान दिया जाए तो कांग्रेस 2023 की लड़ाई जीत सकती है।
बता दें कि राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है।