जॉगिंग की शुरूआत करने वाले हैं तो इन बातों का रखें ध्यान
जॉगिंग एक तरह की एक्सरसाइज है, जिसमें व्यक्ति को धीमी गति में दौड़ना होता है। इस एक्सरसाइज को रोजाना करने से आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि इसका तरीका सही होना चाहिए। ब ता दें कि जॉगिंग की शुरूआत करने के लिए पहले शरीर को इसके लिए तैयार कर लेना चाहिए। अगर आप जॉगिंग को अपने रूटीन में शामिल करने की सोच रहे हैं तो उससे पहले इन बातों पर विशेष ध्यान दें।
जॉगिंग के लिए कर लें पूरी तैयारी
अगर आप यह चाहते हैं कि जॉगिंग से आपको भरपूर फायदे मिले तो इसके लिए बेहतर तैयारी होनी बहुत जरूरी है। उदाहरण के लिए जॉगिंग के लिए साफ पार्क को चुनें और ऐसे कपड़े पहनें, जो कि थोड़े ढीले और आरामदायक हो जैसे ट्रेक सूट। वहीं, जॉगिंग के लिए सही रनिंग शूज का चयन करना भी जरूरी है क्योंकि गलत जूतों को पहनकर दौड़ने से चोट या फिर दर्द की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
जॉगिंग शुरू करने से पहले करें वार्मअप
भले ही एक्सरसाइज कितनी भी सरल क्यूं न हो, उससे पहले कुछ मिनट वार्मअप करना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे न सिर्फ मांसपेशियां खुलती हैं, बल्कि शरीर भी काफी लचीला हो जाता है। आप चाहें वार्मअप के तौर पर स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज या फिर रस्सा कूदना जैसी एरोबिक्स एक्सरसाइज को कर सकते हैं। जॉगिंग से पहले 10 से 15 मिनट के लिए वार्मअप करें, फिर कुछ मिनट पैदल चलने के बाद जॉगिंग करना शुरू कर दें।
पॉश्चर को ठीक रखें
अगर आप जॉगिंग के दौरान अपनी गर्दन और कंधों को झुकाकर रखते हैं तो यह एक बहुत बड़ी गलती साबित हो सकती है क्योंकि इसका प्रभाव रीढ़ और गर्दन की हड्डी पर पड़ता है, जिससे शरीर दर्द भी करने लगता है। इसलिए अगर आप नियमित तौर पर जॉगिंग का फायदा चाहते हैं तो अपने शरीर को एकदम सीधा रखकर ही धीमी गति से दौड़ने की कोशिश करें ताकि आपको किसी भी तरह की समस्या का सामना ही न करना पड़े।
अधिक जॉगिंग करने से बचें
किसी भी चीज की अति नुकसान का कारण बन सकती है और ऐसा ही कुछ जरूरत से ज्यादा जॉगिंग करने से भी हो सकता है। दरअसल, अधिक जॉगिंग करने से पैरों में दर्द के साथ रीढ़ की हड्डी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, फिर चाहें आपने किसी भी वजह से जॉगिंग को अपने रूटीन में शामिल किया हो। बेहतर रहेगा कि लोग रोजाना ज्यादा से ज्यादा 30 मिनट तक ही जॉगिंग करें।