कैसे की जाती है वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज? जानिए इससे जुड़ी कुछ खास बातें
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज एक तरह की फुल बॉडी एक्सरसाइज है और इसे करने के लिए डंबल (Dumbbell), बारबेल (Barbell) और वेट लिफ्टिंग मशीनों की आवश्यकता होती है। यह एक्सरसाइज पूरे शरीर की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ कई अन्य स्वास्थ्य लाभ देने में सक्षम है। हालांकि ध्यान रखें कि इस एक्सरसाइज की शुरूआत हल्के वेट के साथ करें। आइए आज आपको इस एक्सरसाइज से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करने का तरीका
सबसे पहले 8 से 10 अलग-अलग एक्सरसाइज को चुनें। इन एक्सरसाइज को चुनते समय ध्यान रखें कि सभी एक्सरसाइज अलग-अलग मांसपेशियों के लिए होनी चाहिए। आप चाहें तो चेस्ट प्रेस, ओवरहेड प्रेस, लेटरल रेसेस, हैमर कर्ल, कंसंट्रेशन कर्ल, सीटेड एक्सटेंशन, ट्राइसेप्स डिप्स, स्क्वैट्स, लंज, डेडलिफ्ट और बॉल क्रंचेस आदि एक्सरसाइज को अपने रूटीन में वेट लिफ्टिंग मशीनों के साथ शामिल कर सकते हैं। शुरूआत में अपनी क्षमतानुसार ही इनका अभ्यास करें।
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज के नियम
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज के दौरान उचित वजन उठाना चाहिए ताकि एक्सरसाइज के सेट्स आराम से पूरे हो सकें।। वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज करने में आपको नियमित रूप से अपनी तीव्रता बढ़ाने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, वजन को धीरे-धीरे बढ़ाएं और अपनी एक्सरसाइज के सेट्स को भी। अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज करें। किसी भी एक्सरसाइज के बीच में और अंत में आराम करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज के फायदे
वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज मेटाबॉल्जिम को मजबूत करने में मदद कर सकती है। यह एक्सरसाइज पूरे शरीर की मांसपेशियों के लिए लाभदायक है। इस एक्सरसाइज से शरीर का स्टैमिना बढ़ाने में मदद मिलती है। यह एक्सरसाइज हड्डियों को मजबूती देने में सक्षम है। यह एक्सरसाइज मोटापे से छुटकारा दिलाने में भी सहायक है। शरीर के संतुलन को बेहतर बनाने में भी यह एक्सरसाइज काफी मददगार है। यह एक्सरसाइज पैरों और कूल्हों की मजबूती के लिए भी काफी अच्छी होती है।
एक्सरसाइज से जुड़ी खास टिप्स
एक्सरसाइज के दौरान वेट उठाने से पहले हमेशा वार्मअप करें ताकि शरीर में लचीलापन कायम हो सके। शुरूआत में इस एक्सरसाइज को अधिक समय तक न करें, बल्कि धीरे-धीरे इसका समय बढ़ाएं। एक्सरसाइज करते समय सामान्य रूप से सांस लेते रहें और अपनी सांस को रोककर न रखें। अपनी क्षमता से अधिक वजन न उठाएं। अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो इस एक्सरसाइज को करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।