भूनमनासन: जानिए इस योगासन के अभ्यास का तरीका, फायदे और अन्य महत्वपूर्ण बातें
भूनमनासन को हठ योग का मध्यम कठिनाई वाला योगासन माना जाता है और यह तीन शब्दों (भू, नमन और आसान) के मेल से बना है। इसमें भू का अर्थ पृथ्वी, नमन का मतलब अभिवादन और आसन का अर्थ मुद्रा है। योग विशेषज्ञों की मानें तो यह योगासन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक आसनों में से एक है। आइए आज हम आपको भूनमनासन के अभ्यास का तरीका, इसके फायदे और इससे जुड़ी अन्य कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
भूनमनासन करने का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठ जाएं और अपनी क्षमतानुसार पैरों को फैलाएं। इस दौरान आपके पंजे बिल्कुल सीधे होने चाहिए। अब अपने दोनों हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने की कोशिश करें। इसके बाद सामान्य रूप से सांस लेते हुए आगे की तरफ झुककर सिर को जमीन से लगाने का प्रयास करें। अपनी क्षमतानुसार इस मुद्रा में रहते हुए सामान्य गति से सांस लेते रहें, फिर गहरी सांस लेते हुए प्रारंभिक अवस्था में आएं।
भूनमनासन के अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर आपको रीढ़ की हड्डी, कंधों, हाथों, पैरों या घुटनों से जुड़ी कोई समस्या या दर्द है तो इस योगासन का अभ्यास करने से बचें। ब्लड प्रेशर, हर्निया, पेट के अल्सर, स्पोंडिलाइटिस और माइग्रेन जैसी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को भी इस योगासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए। गर्भावस्था और मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को भी इस योगासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। खाना खाने के तुरंत बाद इस योगासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
भूनमनासन का नियमित अभ्यास करने से मिलते हैं ये फायदे
यह आसन पीठ, पैरों और हाथों की मांसपेशियों को मजबूती देता है। इस आसन का अभ्यास संतुलन शक्ति को बढ़ाता है। यह आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है। इस आसन से कूल्हे और घुटनों से संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं। इस आसन से आंतरिक अंगों के कार्य अच्छे से होते हैं। यह आसन लिवर के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इस आसन का अभ्यास थायराइड रोगियों के लिए भी लाभदायक है।
योगासन के अभ्यास से जुड़ी महत्वपूर्ण टिप्स
अगर आप पहली बार इस योगासन का अभ्यास करने जा रहे हैं तो सबसे पहले इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें और फिर इसकी मुद्रा को बारीकी से समझने का प्रयास करें। संभव हो सके तो किसी योग शिक्षक की निगरानी में इसका अभ्यास करें। इस योगासन का अभ्यास करने से पहले कुछ हल्की-फुल्की स्ट्रैचिंग एक्सरसाइज कर लें। इस योगासन को करते समय ज्यादा कसे हुए कपड़े न पहनें।