रोजाना 100 ग्राम कद्दू के बीज का जरूर करें सेवन, मिलेंगे कई स्वास्थ्य लाभ
फिटनेस के दीवानों के बीच कद्दू के बीज बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं और इसका कारण है कि ये आवश्यक खनिज और विटामिन से भरपूर होते हैं। अगर आप लगभग 100 ग्राम कद्दू के बीज को ही अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपको 574 कैलोरी, 49 ग्राम वसा, 6.6 ग्राम फाइबर और 30 ग्राम प्रोटीन मिल सकता है। इसके अतिरिक्त इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-डायबिटिक गुण भी होते हैं। आइए इससे मिलने वाले फायदे जानते हैं।
हृदय के स्वास्थ्य के लिए हैं अच्छे
कई अध्ययन हृदय स्वास्थ्य पर कद्दू के बीज के सकारात्मक प्रभावों को प्रदर्शित करते हैं। उनके मुताबिक, इन बीजों में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को लगभग 79 प्रतिशत तक कम करने की क्षमता होती है। एक अन्य अध्ययन से पता चला कि कद्दू के बीज के सेवन से हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है। अध्ययन में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि बीज बॉडी मास इंडेक्स और लिपिड प्रोफाइल को कम कर सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को दे मजबूती
बीमारियों से बचने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्वस्थ होना जरूरी है और इसे मजबूत बनाए रखने में कद्दू के बीजों का सेवन मदद कर सकता है क्योंकि ये मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं। यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, मैग्नीशियम और रोग प्रतिरोधक क्षमता के बीच गहरा संबंध है। शरीर में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा में होने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छे से काम करती है।
मधुमेह रोगियों के लिए हैं फायदेमंद
मधुमेह रोगियों के लिए भी कद्दू के बीजों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इनके अर्क को एंटी-डायबिटिक माना जाता है, जो प्लाज्मा ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकता है। एक शोध के अनुसार, इन बीजों में मौजूद ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड मधुमेह टाइप 2 होने का खतरा कम करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि कद्दू के बीज मधुमेह का इलाज नहीं है, इसलिए डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता दें।
अनिद्रा और रात में पेशाब आने की समस्या से मिलेगा छुटकारा
जिन लोगों को रात में नींद न आने की समस्या हो वो सोने से पहले एक गिलास दूध के साथ एक चम्मच कद्दू के बीज या इसके पाउडर का सेवन करें। इससे तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है। कुछ लोगों की रात में पेशाब आने की वजह से नींद खराब होती है और किडनी पर प्रेशर पड़ता है। ऐसे में एक मुट्ठी भूने हुए कद्दू के बीज खाएं। ये मूत्राशय के कार्य को अच्छा करते हैं।
अर्थराइटिस का खतरा करें कम
कद्दू के बीजों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण साइटोकिन्स की गतिविधि से लड़कर अर्थराइटिस के दर्द को दूर कर सकते हैं। बता दें कि साइटोकिन्स मानव प्रणाली में यौगिक होते हैं, जो सूजन को बढ़ावा देते हैं। अर्थराइटिस के दर्द के इलाज के लिए कद्दू के बीजों का उपयोग दर्द निवारक पेस्ट के रूप में किया जा सकता है। हालांकि, अर्थराइटिस के रोगी डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसका उपयोग करना सुनिश्चित करें।