क्या सेहतमंद रहने के लिए 10,000 कदम चलना होता है जरूरी? जानिए क्या है हकीकत
क्या है खबर?
पैदल चलना वजन घटाने का आसान तरीका है, जिसे ज्यादातर लोग पसंद करते हैं। इस एक्सरसाइज के जरिए शरीर की कैलोरी और चर्बी आसानी से कम हो जाती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सेहतमंद रहने और तेजी से वजन कम करने के लिए रोजाना 10,000 कदम चलना चाहिए। हालांकि, इतने बड़े लक्ष्य को पूरा करना हर किसी के लिए आसान नहीं होता।
इसी बीच सामने आया है कि हर दिन 10,000 कदम चलना वास्तव में जरूरी नहीं होता।
सच्चाई
किसने तय किया था 10,000 कदम चलने का लक्ष्य?
अमेरिका के डॉक्टर ने यह चौकाने वाला खुलासा किया कि प्रतिदिन 10,000 कदम चलने की धारणा एक व्यापार रणनीति थी।
उन्होंने बताया कि यह अवधारणा एक एक्सेलेरोमीटर से जुड़ी थी, जिसे 1964 में ओलंपिक से ठीक पहले जापान में बनाया गया था।
10,000 कदम की संख्या वैज्ञानिक कारण से नहीं चुनी गई थी। इसका चुनाव इसलिए हुआ था, क्योंकि जापान में इस संख्या को शुभ माना जाता है।
इसके बाद 10,000 कदम के लक्ष्य वाला 'स्टेप काउंटर' बनाया गया था।
रुझान
ऐसे प्रचिलित हुई 10,000 कदम चलने की धारणा
1964 के टोक्यो ओलंपिक के दौरान, यामासा कंपनी ने बढ़ते फिटनेस रुझान का लाभ उठाया और दुनिया का पहला पहनने योग्य स्टेप-काउंटर विकसित किया।
इसका नाम मैनपो-केई रखा गया, जिसका मतलब होता है '10,000-कदम मीटर'। इसके बाद केवल जापान ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में इस मीटर की लोकप्रियता बढ़ने लगी।
लोगों ने 10,000 कदम चलने के लक्ष्य को बढ़-चढ़कर अपनाना शुरू कर दिया और यह एक ट्रेंड में तब्दील हो गया।
डॉक्टर
इस संबंध में क्या है डॉक्टर्स की राय?
डॉक्टर का कहना है कि सेहतमंद रहने के लिए इतने बड़े लक्ष्य को पूरा करना जरूरी नहीं होता है।
उनके मुताबिक, "आपको प्रतिदिन कितने कदम चलना चाहिए इसकी कोई तय संख्या नहीं है। बिलकुल न चलने से अच्छा है कि आप थोड़ा चलें।"
डॉक्टर ने सुझाव दिया कि अगर आपकी दिनचर्या में एक्सरसाइज करना शामिल नहीं होता है तो आपको सीढ़ियां चढ़कर, पार्क में वाक करके या आपने पालतू जानवर को टहलाने के बहाने ही थोड़ी देर पैदल चलना चाहिए।
कदम
रोजाना कितने कदम चलना होता है फायदेमंद?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) के मुताबिक, 19 से 64 साल की आयु वाले लोगों को हर हफ्ते करीब 150 मिनट की शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए।
2023 में यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया था कि रोजाना मात्र 4,000 कदम चलना किसी व्यक्ति की जल्द मृत्यु के जोखिम को कम करने के लिए पर्याप्त होता है।
हर व्यक्ति को अपनी क्षमता और शारीरिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पैदल चलना चाहिए।