डायमंड पुश-अप्स कैसे की जाती है? जानिए इसका अभ्यास और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
डायमंड पुश-अप्स एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो न केवल बाहों की ताकत बढ़ा सकती है, बल्कि शरीर के ऊपरी हिस्से को भी मजबूत कर सकती है।
इसमें हाथों की स्थिति डायमंड आकार में होती है, जिससे ट्राइसेप्स पर अधिक दबाव पड़ता है।
यह एक्सरसाइज उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अपनी बाहों को आकर्षक बनाना चाहते हैं।
इसे करने से पहले सही तकनीक और सावधानियों का ध्यान रखना जरूरी होता है ताकि चोट से बचा जा सके।
#1
डायमंड पुश-अप कैसे करें?
सबसे पहले फर्श पर पेट के बल लेटें, फिर अपने हाथों को कंधे की चौड़ाई से थोड़ा अंदर रखें ताकि अंगुलियां मिलकर डायमंड का आकार बना सकें।
अब पैरों को सीधा रखते हुए शरीर को ऊपर उठाएं, ध्यान रहे कि पीठ सीधी होनी चाहिए।
धीरे-धीरे छाती को नीचे लाएं जब तक कि वह जमीन से कुछ इंच ऊपर न आ जाए, फिर वापस ऊपर उठें।
इस प्रक्रिया को 10 से 15 बार दोहराएं और धीरे-धीरे सेट की संख्या बढ़ाएं।
#2
डायमंड पुश-अप के फायदे
डायमंड पुश-अप्स आपके ट्राइसेप्स की ताकत बढ़ाने में बेहद असरदार हो सकते हैं।
यह एक्सरसाइज आपके कंधों और छाती की मांसपेशियों पर भी काम करता है, जिससे आपका ऊपरी शरीर मजबूत होता है।
इसके अलावा यह शरीर की स्थिरता और संतुलन सुधारने में मदद करता है क्योंकि इसमें पूरे शरीर का वजन शामिल होता है।
नियमित रूप से इस एक्सरसाइज को करने से मांसपेशियों का आकार बेहतर होता जाता है और आप अधिक आत्मविश्वास महसूस करते हैं।
#3
इस एक्सरसाइज को करते समय बरतें ये सावधानियां
डायमंड पुश-अप करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है ताकि आप चोटिल न हों।
सबसे पहले सुनिश्चित करें कि आपका फॉर्म सही हो। इसमें पीठ सीधी होनी चाहिए और हाथ सही स्थिति में होने चाहिए।
अगर आपको कलाई या कंधे में दर्द महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं और डॉक्टर से सलाह लें।
शुरुआत में कम सेट करें और धीरे-धीरे संख्या बढ़ाएं ताकि मांसपेशियों पर अचानक दबाव न पड़े।
#4
एक्सरसाइज के साथ आजमाएं अन्य वेरिएशन
अगर आप डायमंड पुश-अप्स के साथ कुछ नया करना चाहते हैं तो अन्य वेरिएशन भी आजमा सकते हैं जैसे क्लोज ग्रिप बेंच प्रेस या डंबल एक्सटेंशन जो ट्राइसेप्स पर काम करते हैं।
ये वेरिएशन आपके वर्कआउट रूटीन में विविधता लाते हैं और मांसपेशियों पर अलग-अलग तरीके से काम करते हैं, जिससे उनकी ताकत बढ़ती जाती है।
इन सभी एक्सरसाइज को मिलाकर आप एक प्रभावी वर्कआउट प्लान बना सकते हैं, जो आपकी फिटनेस लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करेगा।