
टेस्ट क्रिकेट: भारत के वे रोमांचक मुकाबले जो 10 रनों से कम अंतर से ड्रॉ हुए
क्या है खबर?
पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में ज्यादातर नतीजे हार-जीत के रूप में आने लगे हैं। 19वीं और 20वीं सदी के क्रिकेट में कई टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ करते थे। हालांकि, अब टीमों की मानसिकता में बदलाव हुआ है। बदलते समय के साथ अब टेस्ट प्रारूप में भी आक्रामक बल्लेबाजी का चलन बड़ा है। इतिहास की बात करें तो भारत के कुछ मुकाबले 10 रनों से कम अंतर से भी ड्रॉ रहे हैं, आइए उनके बारे में जानते हैं।
#1
भारत बनाम वेस्टइंडीज (1 रन, वानखेड़े टेस्ट, 2011)
भारत-वेस्टइंडीज के बीच 2011 में मुंबई टेस्ट 1 रन से ड्रॉ रहा था। वानखेड़े स्टेडियम में हुए मैच में वेस्टइंडीज के 590 रन के जवाब में भारत ने पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन के शतक (103) की बदौलत 482 रन बनाए थे। बढ़त हासिल करने वाली वेस्टइंडीज की दूसरी पारी 134 रन पर सिमटी थी। जीत के लिए मिले 243 के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 5वें दिन के समय समाप्त होने तक 242/9 का स्कोर बनाया था।
#2
भारत बनाम वेस्टइंडीज (6 रन, ब्रेबॉर्न टेस्ट, 1949)
भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ 1949 में ब्रेबॉर्न टेस्ट में जीत से चूक गई थी। उस मुकाबले में जीत के लिए मिले 361 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने अपनी दूसरी और मैच की चौथी पारी में जब 355/8 का स्कोर बनाया था, तब मैच ड्रॉ की घोषणा हुई थी। मैच की आखिरी पारी में भारत से विजय हजारे ने शतक (122) और रुसी मोदी ने अर्धशतक (86) लगाया था।
#3
भारत बनाम इंग्लैंड (9 रन, ओवल टेस्ट, 1979)
भारत और इंग्लैंड के बीच 1979 में खेला गया ओवल टेस्ट 9 रन के अंतर से ड्रॉ रहा था। मैच में इंग्लैंड के 305 रन के जवाब में भारत ने सभी विकेट खोकर 202 रन बनाए थे। इसके बाद मेजबान टीम ने दूसरी पारी 334/8 के स्कोर पर घोषित की थी। आखिर में जीत के लिए मिले 438 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने सुनील गावस्कर के दोहरे शतक (221) की बदौलत 429/8 का स्कोर बनाया था।
#4
2013 में भारत के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका ने गंवाया था जीत का मौका
दक्षिण अफ्रीका ने 2013 में जोहांसबर्ग टेस्ट में भारत के खिलाफ जीत का मौका गंवाया था। उस मैच में जीत के लिए मिले 458 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान टीम ने 5वें दिन के खेल की समाप्ति तक 450/7 का स्कोर बनाया था। दक्षिण अफ्रीका से मैच की चौथी पारी में एबी डिविलियर्स (103) और फाफ डु प्लेसिस (134) ने शतक लगाए थे। भारत से विराट कोहली ने 119 और 96 रन के स्कोर किए थे।