महाराष्ट्र: सरकारी अस्पताल में पिछले 48 घंटे में 16 बच्चों समेत 31 की मौत, जानिए वजह
महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक सरकारी अस्पताल में पिछले 48 घंटे में 16 बच्चों समेत 31 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। सरकारी अस्पताल में एक के बाद एक हुई लोगों की मौत के लिए कांग्रेस समेत विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। आइए जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है और इन मौतों के पीछे की वजह क्या है।
क्या है मामला और मौतों का क्या कारण बताया जा रहा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना नांदेड़ के शंकरराव चव्हाण सरकारी अस्पताल की है। यहां पिछले 2 दिनों में 16 बच्चों समेत 31 लोगों की जान गई है। दावा है कि महाराष्ट्र सरकार ने हाफकिन प्रशिक्षण अनुसंधान एवं परीक्षण संस्थान ने दवाओं की खरीद बंद कर दी है, जिसके कारण सरकारी अस्पतालों में दवाओं की भारी कमी है। इसके अलावा मृतकों के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप भी लगाया है।
अस्पताल प्रशासन ने क्या कहा?
अस्पताल के अधीक्षक डॉ श्यामराव वाकोडे ने चिकित्सकीय लापरवाही के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में दवाओं या डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है और उचित इलाज दिए जाने के बावजूद मरीजों पर इलाज का कोई असर नहीं हो रहा है। उनका दावा है कि मरने वालों में अधिकांश मरीजों को आखिरी समय पर अस्पताल में भर्ती किया गया था और वे दूरदराज के इलाकों से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे।
मरने वाले अधिकांश मरीज गंभीर बीमारी से थे पीड़ित- अस्पताल अधीक्षक
अधीक्षक डॉ वाकोडे ने कहा, "30 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच अस्पताल में मरने वाले 12 नवजात 1-3 दिन के थे, जिनका वजन बहुत कम था। बाल चिकित्सा विभाग में 142 भर्ती हैं, जिनमें से 42 की हालत अभी भी गंभीर है।" उन्होंने बताया, "जिन 12 वयस्कों ने अपनी जान गंवाई, उनमें से 5 पुरुष और 7 महिलाएं थीं। इनमें से अधिकांश गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, जबकि एक को सांप ने काटा था और 3 एक्सीडेंट केस थे।"
सरकार ने गठित की 3 सदस्यीय जांच समिति
महाराष्ट्र सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने बताया कि मामले में छत्रपति संभाजीनगर जिले से एक 3 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है, जो जांच के बाद सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने कहा, "हम मामले की विस्तृत जांच करेंगे और इस संबंध में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी जानकारी दी गई है। मैं जल्द व्यक्तिगत रूप से शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा करूंगा।"
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र सरकार पर खड़े किये सवाल
अस्पताल में हुई मौतों के बाद विपक्ष ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन की सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'भाजपा सरकार हजारों करोड़ रुपये अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? भाजपा की नजर में गरीबों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं है।' प्रियंका गांधी ने लिखा, 'जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए।'
NCP प्रमुख पवार बोले- ये सरकारी तंत्र की विफलता का परिणाम
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने सरकारी अस्पताल में बच्चों समेत बड़ी संख्या में लोगों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार दिया और इसे सरकार की विफलता बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'अभी 2 महीने पहले ही ठाणे नगर निगम के कलवा अस्पताल में 18 लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी, लेकिन फिर नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में ऐसी ही दुर्भाग्यपूण घटना दोहराई गई है। यह सरकारी तंत्र की विफलता को दर्शाता है।'