देसी घी बनाम मक्खन: दोनों में क्या है अंतर और किसका सेवन ज्यादा बेहतर?
क्या हमेशा इस बात को लेकर कश्मकश में रहते हैं कि देसी घी और मक्खन में से किसका इस्तेमाल करना अधिक स्वास्थ्यवर्धक है? अगर हां, तो आज का लेख आपके लिए है। आज हम आपको इनके बीच के अंतर को समझने और यह निर्धारित करने में मदद करेंगे कि आपके स्वास्थ्य के लिए किसका सेवन करना स्वास्थ्यवर्धक है। वैसे इन दोनों उत्पादों के बीच मुख्य अंतर इन्हें बनाने की प्रक्रिया है और इनसे कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।
देसी घी और मक्खन के बनने की प्रक्रिया बताती है दोनों में अंतर
देसी घी को बनाने के लिए सफेद मक्खन का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए सबसे पहले दूध की मलाई और ठंडे पानी के मिश्रण को फेंटा जाता है और उसमें से सफेद मक्खन निकलने लगता है, जिसे कढ़ाई में कुछ मिनट पकाने से देसी घी बन जाता है। वहीं, मक्खन को क्रीम और गाय के दूध के प्रोटीन और वसा घटकों से तैयार किया जाता है और आजकल मार्केट में कई स्वाद में मक्खन उपलब्ध हैं।
दोनों उत्पादों में कितना है पोषण?
देसी घी में विटामिन-A, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं। देसी घी में शून्य दूध प्रोटीन कैसिइन और दूध शर्करा लैक्टोज भी होता है, जबकि मक्खन में प्रत्येक की थोड़ी मात्रा होती है। देसी घी 60% संतृप्त वसा और शून्य ट्रांस वसा के साथ 900 किलो कैलोरी प्रति 100 ग्राम प्रदान करता है, जबकि मक्खन 51% संतृप्त वसा और तीन ग्राम ट्रांस वसा के साथ प्रति 100 ग्राम 717 किलो कैलोरी प्रदान करता है।
देसी घी बनाम मक्खन से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ
विटामिन-E, विटामिन-A, फास्फोरस, कैल्शियम और राइबोफ्लेविन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर मक्खन का सेवन शरीर की कोशिकाओं को मुक्त कणों से बचाता है और आंखों की रोशनी सुधारने में भी सहायक है। वहीं, देसी घी का सेवन भी शरीर को भरपूर पोषण देने में सक्षम है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हृदय को रोगों से बचाता है। लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोगों के लिए भी घी बहुत अच्छा है, क्योंकि यह दूध के ठोस पदार्थों से मुक्त होता है।
देसी घी और मक्खन को स्टोर करने में अंतर
अगर आप देसी घी को घर में बनाते हैं तो आप इसे कमरे के तापमान पर तीन महीने तक स्टील के डिब्बे में स्टोर कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि घी का डिब्बा एयरटाइट हो और धूप के संपर्क में न आए। मक्खन को मौसम की स्थिति के हिसाब से फ्रिज में स्टोर करने की जरूरत होती है। इसके लिए मक्खन को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर बटर पेपर में लपेटें, फिर इसे जिप-लॉक बैग डालकर फ्रिज में रखें।
देसी घी और मक्खन में से क्या है स्वास्थ्य के लिए बेहतर?
अब बारी आती है यह उलझन दूर करने की कि देसी घी और मक्खन में से किसका सेवन स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर है। आप चाहें देसी घी चुनें या मक्खन, यह आपका व्यक्तिगत फैसला है, लेकिन अगर आपको लैक्टोज असहिष्णु हैं तो देसी घी का विकल्प चुनें क्योंकि इसमें लैक्टोज और कैसिइन की मात्रा कम होती है। देसी घी शरीर को गुड फैट देने में मदद करता है, जिससे कमजोरी नहीं आती।