कॉलेजों में रखना होगा छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान, UGC ने बनाई गाइडलाइंस
अब देशभर की यूनिवर्सिटी, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में छात्रों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का ध्यान रखना अनिवार्य होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की उच्च स्तरीय समिति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के सुझावों के तहत इससे संबंधित गाइडलाइंस तैयार कर ली हैं और अब इन्हें जनता की प्रतिक्रिया के लिए जारी किए जाने की संभावना है। इस गाइडलाइंस के मुताबिक, शिक्षण संस्थानों को संवेदनशील और तनावग्रस्त रहने वाले छात्रों के अलग-अलग रिकॉर्ड बनाने होंगे।
सभी यूनिवर्सिटी में होगी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की अनिवार्यता
जनता की राय जानने के बाद UGC सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को गाइडलाइंस जारी करेगा और फिर उसे आगामी शैक्षणिक सत्र से अनिवार्य कर दिया जाएगा। UGC की ओर से तैयार किए गए मसौदे के मुताबिक, उच्च शिक्षण संस्थानों में अब शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य काउंसलर के अलावा स्वास्थ्य विशेषज्ञों की भर्ती करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही सभी संस्थानों में छात्रों की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए वॉकिंग ट्रैक बनाना भी अनिवार्य किया जा सकता है।
कोरोना महामारी के दौरान भावनात्मक पहलुओं की जरूरत पर गया ध्यान
UGC की उच्च स्तरीय समिति का यह मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान पहली बार हर व्यक्ति ने शारीरिक और मानसिक फिटनेस के अलावा भावनात्मक पहलुओं की जरूरत पर ध्यान दिया है। हालांकि, युवा पीढ़ी अभी भी डिजिटल डिवाइस में खोई हुई है। समिति के मुताबिक, इस स्थिति में युवाओं को शारीरिक और मानसिक फिटनेस के अलावा उनके भावनात्मक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी जरूरी हो गया है।
निदेशक या डीन स्तर के प्रोफेसर को मिलेगी गाइडलाइंस लागू करने की जिम्मेदारी
UGC के अनुसार, "प्रत्येक उच्च शिक्षण संस्थान में एक छात्र सेवा केंद्र (SSC) होगा जो तनाव और भावनात्मक समस्याओं से निपटने और समायोजन और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होगा।" मसौदे के मुताबिक, इसमें विशेष रूप से ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों, महिला छात्रों, विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए विशेष प्रावधान किया जाएगा। UGC की इन सभी गाइडलाइंस को लागू करने के लिए निदेशक या डीन स्तर के प्रोफेसर रैंक या फिर शारीरिक शिक्षक को जिम्मेदारी दी जाएगी।
छात्रों में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना है गाइडलाइंस का उद्देश्य- UGC अध्यक्ष
UGC अध्यक्ष प्रो एम जगदीश कुमार ने कहा, "इन गाइडलाइंस का मकसद छात्रों में शारीरिक, खेल गतिविधियों और पॉजिटिव सोच को बढ़ावा देना है। यह सभी छात्रों के लिए तनाव, दबाव और व्यवहारिक परेशानियों को दूर करने और मानसिक स्थिति ठीक रखने के लिए जरूरी है।" इस संबंध में प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्होंने आगे कहा कि छात्र पढ़ाई समेत अन्य कारणों के दबाव में रहते हैं, इससे उन्हें मदद मिलेगी।