मानसून के दौरान इन पांच तरह के सूप का करें सेवन, रहेंगे स्वस्थ
मानसून के दौरान जब भी आपको कुछ चटपटा खाने का मन करें तो बाहरी फास्ट फूड की जगह सूप का सेवन करें। इस चटपटे और सूदिंग व्यंजन का सेवन करने से न सिर्फ आपका पेट भरेगा बल्कि इससे आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिलेगें। आइए आज हम आपको पांच ऐसे सूप के बारे में बताते हैं, जिनका सेवन मानसून के दौरान करके आप स्वस्थ और एक्टिव बने रह सकते हैं।
क्लासिक टोमैटो सूप
टमाटर में विटामिन-C की अच्छी खासी मात्रा मौजूद होती है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में सक्षम है, इसलिए मानसून के दौरान टोमैटो सूप का सेवन लाभप्रद है। दरअसल, मानसून में होने वाली बीमारियों और संक्रमण आदि से आप तभी बचे रह सकते हैं, जब आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता होगी। यहीं नहीं, टमाटर का सूप हृदय रोगों और सांस से जुड़ी बीमारियों के जोखिम कम करने में मदद कर सकता है।
अदरक और गाजर का सूप
अदरक और गाजर से बना सूप वेजिटेबल स्टॉक, गाजर, अदरक और थाइम के पौष्टिक लाभ देने में मददगार है। वहीं, अदरक पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के साथ-साथ शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जबकि गाजर में मौजूद फाइबर बढ़ते वजन को नियंत्रित करने समेत हृदय और दांतों को स्वस्थ रखने में सहायक है। साफ शब्दों में कहें तो इस सूप में विटामिन्स, खनिज और एंटी-ऑक्सिडेंट जैसे कई गुणों से समृद्ध होता है।
स्वीटकॉर्न सूप
माइक्रोन्यूट्रिएंस और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर यह सूप हाइपर टेंशन को कम करके साइलेंट हार्ट अटैक के रिस्क को 40% तक कम करता है। इसके अलावा, यह सूप फेफड़ों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ मानसून में होने वाली सांस संबंधी समस्याओं को भी कम करता है। इसके साथ ही यह मस्तिष्क की नसों को खोलता है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कम रहता है। इसलिए स्वीटकॉर्न का सेवन करना लाभदायक माना जाता है।
कद्दू का सूप
यह सूप बनाना काफी आसान है और पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है। यह क्रीमी सूप विटामिन-A, विटामिन-C, विटामिन-E, आयरन और फोलेट से भरपूर होता है और ये सभी पोषक तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में सक्षम है, इसलिए यह मानसून के लिए उचित है। इसके अलावा, यह सूप एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों के कारण अर्थराइटिस और अल्जाइमर के भी रोगियों के लिए फायदेमंद है।
मशरूम सूप
सेलिनियम का अच्छा स्रोत होने के कारण मशरूम का सूप शरीर को डिटॉक्स कर ब्लड कैंसर को रोकने में मदद करता है। इसी के साथ यह नर्वस सिस्टम को नियंत्रित कर ब्लड प्रेशर के स्तर को बढ़ने नहीं देता।