ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए रोजाना सुबह करें इन 5 चीजों का सेवन
ब्लड शुगर शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन समस्या तब होती है जब ब्लड शुगर का स्तर 100 मिलीग्राम/bl के पार चला जाता है। अगर समय रहते इसे नियंत्रित न किया जाए तो व्यक्ति मधुमेह की चपेट में आ सकता है। सुबह का समय पूरे दिन की लय तय करने के लिए सबसे अच्छा होता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं, जिनसे दिन की शुरुआत करने से ब्लड शुगर नियंत्रित रह सकता है।
करेले का जूस
करेले के जूस में चारेंटिन नामक खास तत्व होता है, जो ब्लड शुगर के उच्च स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त इसमें पॉलीपेप्टाइड-पी होता है, जो इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। करेले के जूस में मौजूद एंजाइम अल्फा-ग्लूकोसिडेज की गतिविधि को रोकने में मददगार है। इसके परिणामस्वरूप ग्लूकोज का अवशोषण धीमा हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित हो सकता है। यहां जानिए करेले के जूस के अन्य फायदे।
भीगे हुए मेथी के बीज
मेथी के बीजों में घुलनशील फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। भीगे हुए मेथी के दानों का सेवन या उन्हें सुबह के नाश्ते में शामिल करने से ग्लाइसेमिक नियंत्रण में फायदा मिल सकता है। इसके अतिरिक्त मेथी खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में भी मदद कर सकती है, जो समग्र हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यहां जानिए चेहरे की देखभाल के लिए मेथी का इस्तेमाल।
आंवला का जूस
आंवला का जूस एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा इस जूस का सेवन अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस और कोरोनरी आर्टरी जैसे हृदय रोगों का खतरा भी कम होता है। आंवला जूस के सेवन से अल्सर, गैस्ट्रिक और पाचन क्रिया से संबंधित समस्याएं काफी हद तक कम हो सकती हैं।
दालचीनी की चाय
ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए दालचीनी की चाय का सेवन करना भी लाभदायक है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि दालचीनी की चाय तेजी से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करके ब्लड शुगर को संतुलित कर सकती है। एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर दालचीनी की चाय शारीरिक सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने से में भी मदद कर सकती है। ये दोनों ही चीजें मधुमेह और उसकी जटिलताओं से जुड़ी हैं।
मोरिंगा का पानी
मोरिंगा भी अधिक ब्लड शुगर की समस्या के जोखिम कम करने में मददगार है क्योंकि इसमें आइसोथियोसाइनेट्स नामक पौधों का यौगिक होता है। एक अध्ययन के अनुसार, मधुमेह से पीड़ित 6 लोगों ने अपने भोजन में 50 ग्राम मोरिंगा के पत्तों को शामिल करने पर ब्लड शुगर में 21 प्रतिशत की कमी देखी। लाभ के लिए मोरिंगा के पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर पीएं।