
झारखंड के देवघर में स्थित हैं ये खूबसूरत पर्यटन स्थल, जरूर घूमने जाएं
क्या है खबर?
झारखंड भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक खूबसूरत राज्य है, जहां का देवघर जिला एक धार्मिक स्थल है।
यह स्थल पर्यटन की दृष्टि से भी काफी संपन्न है क्योंकि यहां घूमने के लिए असंख्य पर्यटन स्थल हैं और आप भी छुट्टियों के दौरान यहां जा सकते हैं।
चलिए फिर आज हम आपको देवघर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं, जहां आपको अपनी छुट्टियों के दौरान एक बार जरूर जाना चाहिए।
#1
बाबा बैद्यनाथ मंदिर
बाबा बैद्यनाथ मंदिर को ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ दोनों के रूप में जाना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि रावण ने यहां भगवान शिव को अपने दस सिरों की बलि दी थी, जिसे देखकर भगवान ने रावण की चोटों को ठीक किया था।
इस मंदिर में 72 फीट ऊंचा पिरामिडनुमा मीनार है और इसके शीर्ष पर तीन सोने के छत्र और एक पंचशूला भी है।
यहां चंद्रकांता मणि नामक एक आठ पंखुड़ियों वाला कमल भी स्थापित है।
#2
बाबा वासुकिनाथ धाम
देवघर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक बाबा वासुकिनाथ धाम को भगवान शिव का दरबार माना जाता है।
यहां भगवान शिव और देवी पार्वती के मंदिर एक दूसरे के आमने-सामने हैं। जब मंदिरों के द्वार खोले जाते हैं तो लोग पीछे हट जाते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस समय शिव और पार्वती एक दूसरे से मिलते हैं।
इस पवित्र स्थल की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय जुलाई और अगस्त का महीना है।
#3
तपोवन गुफाएं और पहाड़ियां
तपो नाथ महादेव मंदिर तपोवन पहाड़ियों का मुख्य आकर्षण है।
यहां की टूटी हुई चट्टानों वाली गुफाएं पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है, जिसकी भीतरी सतह पर भगवान हनुमान का चित्र देखा जा सकता है।
यहां सीता कुंड नाम की पहाड़ी के पास एक छोटा जल निकाय भी है, जिसके बारे में ऐसा माना जाता है कि देवी सीता ने स्नान किया था।
#4
नौलखा मंदिर
राधा और भगवान कृष्ण को समर्पित नौलखा मंदिर में लगभग 146 फीट ऊंची मूर्तियां हैं।
ऐसा कहा जाता है कि कोलकाता के एक शाही परिवार की रानी चारुशीला ने 9 लाख रुपये देकर मंदिर के निर्माण को बंद करा दिया, जिस वजह से इसे "नौलखा" नाम दिया गया।
इस मंदिर में संत बालानंद ब्रह्मचारी की एक मूर्ति भी है, जिनकी सलाह पर इसे बनाया गया था।
#5
मयूराक्षी नदी
मयूराक्षी का मतलब है "मोर की आंखें"।
शुष्क मौसम में इस नदी का पानी बिल्कुल साफ हो जाता है, लेकिन मानसून के दौरान इस नदी में बाढ़ आ जाती है।
गंगा में मिलने से पहले यह झारखंड और पश्चिम बंगाल की एक प्रमुख नदी है। इस नदी पर बने मसनजोर बांध पर आप बोटिंग का मजा ले सकते हैं।
यह पिकनिक और सूर्यास्त के नजारों के लिए एक बेहतरीन जगह है।