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#NewsBytesExplainer: गाजा शहर पर कैसे कब्जा करेगा इजरायल और क्या है पूरी योजना?
इजरायल ने गाजा शहर पर कब्जे की योजना पर काम शुरू कर दिया है

#NewsBytesExplainer: गाजा शहर पर कैसे कब्जा करेगा इजरायल और क्या है पूरी योजना?

लेखन आबिद खान
Aug 21, 2025
12:13 pm

क्या है खबर?

तमाम आलोचनाओं और अतंरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद इजरायल ने गाजा शहर पर कब्जा करने का काम शुरू कर दिया है। इजरायली सेना ने बताया कि गाजा शहर के बाहरी इलाकों पर उसका उसका नियंत्रण हो चुका है। इजरायल ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में भी कई आवासीय योजनाओं को मंजूरी दे दी है। इसके लिए लाखों रिजर्व सैनिकों को ड्यूटी पर बुलाया गया है। आइए जानते हैं इजरायल की ये योजना क्या है।

बयान

इजरायल ने गाजा शहर पर कब्जे के बारे में क्या कहा?

गाजा शहर पर कब्जे के अभियान को इजरायल ने गिदोनस चेरिएट्स-बी नाम दिया है। इजरायली सैन्य प्रवक्ता के मुताबिक, कब्जे की तैयारी के लिए जैतून और जबालिया इलाकों में सैनिक पहले से ही तैनात हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले कहा था कि उनकी योजना पूरी गाजा पट्टी पर कब्जा करने की है, लेकिन फिलहाल बस गाजा शहर पर कब्जा किया जा रहा है। इसके लिए करीब 1.30 लाख सैनिकों को तैनात किया जाएगा।

उद्देश्य

गाजा शहर पर कब्जे का क्या है उद्देश्य?

इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस योजना का उद्देश्य हमास को खत्म करना, जीवित या मृतक सभी बंधकों की वापसी सुनिश्चित करना, गाजा पट्टी का सैन्यीकरण खत्म करना और सुरक्षा नियंत्रण अपने हाथों में लेना और हमास या फिलिस्तीनी प्राधिकरण के बिना एक वैकल्पिक नागरिक प्रशासन की स्थापना करना है। सेना ने कहा कि वो युद्ध क्षेत्र से बाहर रहने वाले लोगों को मानवीय सहायता भी मुहैया कराएगी।

योजना

गाजा शहर पर कैसे कब्जा करेगा इजरायल?

इजरायल 1.30 लाख सैनिकों को तैनात करेगा। कुल 3 चरणों में 60,000 से भी ज्यादा रिजर्व सैनिकों को बुलाया जाएगा। सितंबर में 40-50 हजार और फिर नवंबर-दिसंबर में सैनिक बुलाए जाएंगे। सैनिकों को 2 हफ्ते के भीतर ड्यूटी पर आना होगा। पहले से तैनात रिजर्व सैनिकों की सेवाएं भी बढ़ाई जाएंगी। इस कार्रवाई में 5 आर्मी डिवीजन शामिल रहेंगे। इसमें 12 ब्रिगेड-लेवल टीमें होंगी, जिनमें पैदल सेना, टैंक और तोपखाना शामिल होंगे।

बाद की योजना

गाजा पर कब्जे के बाद की योजना क्या है?

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा था कि इजरायल का गाजा को अपने कब्जे में रखने का इरादा नहीं है और वे इसे अरब देशों को सौंप देंगे। उन्होंने कहा था, "हम केवल सुरक्षा चाहते हैं और वहां शासन नहीं करना चाहते।" हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि वे गाजा को किन अरब देशों को सौंपने की योजना बना रहे हैं। पहले जॉर्डन और मिस्र ने गाजा पर शासन करने का इरादा जताया था, लेकिन बिना किसी इजरायली कब्जे के।

विरोध

योजना का अरब देशों से लेकर पश्चिम तक विरोध

योजना का इजरायल के भीतर ही भारी विरोध हो रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टॉर्मर ने इसे गलत कदम बताते हुए कहा कि इससे खून-खराबा और बढ़ेगा। इजरायल के सबसे बड़े हथियार आपूर्तिकर्ताओं में से एक जर्मनी ने कहा है कि वो अब इजरायल को किसी भी ऐसे हथियार को नहीं भेजेगा, जिसका इस्तेमाल गाजा में होगा। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस कदम से बड़े पैमाने पर जबरन विस्थापन, हत्याएं, असहनीय पीड़ा, विनाश और अत्याचार जैसे अपराध होंगे।

गाजा शहर

अब गाजा शहर के बारे में जानिए

गाजा शहर उन इलाकों में से है, जहां इजरायल का नियंत्रण नहीं है। ये गाजा पट्टी का सबसे बड़ा, सबसे ज्यादा आबादी वाला और पट्टी के इकलौते बंदरगाह वाला शहर है। इस शहर की आबादी 5 लाख से भी ज्यादा बताई जाती है, लेकिन युद्ध के बाद यहां लाखों शरणार्थी भी आ गए हैं। यहां गाजा के कई बड़े विश्वविद्यालय, सरकारी कार्यालय, ऐतिहासिक स्थल और गाजा गवर्नेट का कार्यालय भी है।