NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / लाइफस्टाइल की खबरें / प्री-डायबिटीज से जुड़े हैं ये शारीरिक संकेत, जानिए इससे बचाव के तरीके
    अगली खबर
    प्री-डायबिटीज से जुड़े हैं ये शारीरिक संकेत, जानिए इससे बचाव के तरीके

    प्री-डायबिटीज से जुड़े हैं ये शारीरिक संकेत, जानिए इससे बचाव के तरीके

    लेखन अंजली
    Mar 04, 2024
    03:41 pm

    क्या है खबर?

    ब्लड शुगर शरीर के सभी कार्यों के लिए आवश्यक है और इसका सामान्य स्तर 99 मिलीग्राम/dl या इससे कम होता है, जबकि 100 से 125 मिलीग्राम/dl दर्शाता है कि आपको प्री-डायबिटीज है।

    प्री-डायबिटीज तब होती है जब ब्लड शुगर का स्तर थोड़ा बढ़ जाता है। यह आपको भविष्य में मधुमेह होने के अधिक खतरे में डालता है।

    आइए आज हम आपको प्री-डायबिटीज से जुड़े शारीरिक संकेत और इससे बचाव के तरीके बताते हैं।

    संकेत

    प्री-डायबिटीज से जुड़े शारीरिक संकेत

    अधिक थकान: जब इंसुलिन प्रतिरोध के कारण ग्लूकोज कोशिकाओं में प्रवेश नहीं कर पाता है तो कोशिकाओं को काम करने के लिए आवश्यक ईंधन नहीं मिलता है। ऐसे में आप थका हुआ और चिड़चिड़ा महसूस करते हैं।

    कमजोर आंखें: खून में अधिक शुगर आंखों और उनके आस-पास के ऊतकों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

    लगातार पेशाब आना: जब ब्लड शुगर बढ़ती है तो इसे नियंत्रित करने के लिए किडनी अतिरिक्त ग्लूकोज को मूत्र के साथ बाहर निकाल देती है।

    संकेत

    प्री-डायबिटीज से जुड़े अन्य शारीरिक संकेत

    प्यास का बढ़ना: जब आप बार-बार पेशाब करते हैं तो शरीर का जल स्तर तेजी से कम होने लगता है, फिर आप अपनी प्यास बुझाने के लिए अधिक पानी पीते हैं, जिससे बार-बार पेशाब आता है और यह चक्र चलता रहता है।

    अधिक भूख लगना: प्री-डायबिटीज के मामले में कोशिकाओं में ग्लूकोज का प्रवाह नहीं होता है और ऊर्जा नहीं मिल पाती है। इसके कारण कोशिकाएं आपके मस्तिष्क को और अधिक भोजन की लालसा के लिए संकेत देती रहती हैं।

    कारक

    प्री-डायबिटीज के जोखिम कारक

    ऐसे कई जोखिम कारक हैं, जो प्री-डायबिटीज के विकास में योगदान कर सकते हैं।

    इनमें मधुमेह का पारिवारिक इतिहास, मोटापा, कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन, गतिहीन जीवनशैली जीना, लंबे समय तक तनाव का अनुभव करना, फैटी लीवर और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) से ग्रस्त होना शामिल है।

    इस बात का ध्यान रखें कि सही जांच के बाद प्री-डायबिटीज के असल कारण का पता चल सकता है, इसलिए डॉक्टरी जांच को प्राथमिकता दें।

    जांच

    प्री-डायबिटीज की जांच कैसे कराई जा सकती है?

    प्री-डायबिटीज की जांच में आमतौर पर फास्टिंग ब्लड शुगर और 2 घंटे का पोस्ट-ग्लूकोज ब्लड शुगर जैसे टेस्ट शामिल होते हैं।

    जोखिम कारकों वाले व्यक्तियों और 30 साल से अधिक उम्र के लोगों को नियमित रूप से इन जांचों से गुजरने की सलाह दी जाती है।

    बता दें कि प्री-डायबिटीज एक विकार है, जिसे अमूमन लोग नजरअंदाज कर देते हैं। अगर इसका इलाज नहीं करवाया जाए तो यह टाइप 2 मधुमेह का कारण बन सकता है।

    तरीके

    क्या प्री-डायबिटीज को ठीक किया जा सकता है?

    विशेषज्ञों का कहना है कि जीवनशैली में बदलाव की मदद से प्री-डायबिटीज को ठीक किया जा सकता है।

    1) धीरे-धीरे और स्वस्थ तरीके से अपना वजन कम करने की कोशिश करें।

    2) रोजाना 45 मिनट की ब्रिस्क वॉक करें। इसके अलावा एरोबिक्स और कार्डियो एक्सरसाइज का अभ्यास करना भी फायदेमंद है।

    3) अधिक चीनी और रिफाइंड कार्ब्स से परहेज करें।

    4) धूम्रपान और शराब के सेवन से दूरी बनाएं।

    यहां जानिए प्री-डायबिटीज से बचाव के तरीके।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    मधुमेह
    स्वास्थ्य

    ताज़ा खबरें

    उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कैलाश-मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भारी भूस्खलन, सैंकड़ों यात्री फंसे कैलाश मानसरोवर यात्रा
    PDF फाइल को एडिट करने योग्य टेक्स्ट में कैसे बदलें? इन बातों का रखें ध्यान  काम की बात
    वित्तीय सुरक्षा के लिए कभी न करें बचत से जुड़ी ये गलतियां, हो सकता है नुकसान  UPI
    ममता बनर्जी की नाराजगी रंग लाई, केंद्र सरकार के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक बनर्जी शामिल ममता बनर्जी

    मधुमेह

    ग्रीक योगर्ट को डाइट में करें शामिल, मिलेंगे कई स्वास्थ्य संबंधित लाभ हृदय रोग
    नया साल 2023: पार्टी के दौरान मधुमेह को नियंत्रित रखने के लिए अपनाएं ये तरीके खान-पान
    तुलसी के बीज के इस्तेमाल से मिल सकते हैं ये 5 प्रमुख स्वास्थ्य लाभ वजन घटाना
    अश्वगंधा का सेवन इन लोगों के लिए हो सकता है नुकसानदायक, जानिए वजह गर्भवती महिलाओं के टिप्स

    स्वास्थ्य

    नींद पूरी न होने से हो सकती हैं बड़ी परेशानिया, इन संकेतों पर रखें नजर नींद
    त्वचा के स्वास्थ्य के लिए सेब का सिरका है फायदेमंद, जानिए इसके सेवन के तरीके त्वचा की देखभाल
    मोरिंगा का पानी है लाभकारी, शरीर के लिए रामबाण की तरह करता है काम स्वास्थ्य टिप्स
    अपने कॉफी के कप में मिलाएं घी, ऊर्जा के साथ मिलेंगे ये स्वास्थ्य लाभ  खान-पान
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025