तनाव बन सकता है कई बीमारियों का कारण, इसे काबू करने के लिए अपनाएं ये तरीके
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गई है। चाहे ऑफिस का काम हो या घर की जिम्मेदारियां, हर किसी को किसी न किसी रूप में तनाव का सामना करना पड़ता है। अगर हम कुछ सरल तकनीकों को अपनाएं तो हम अपने दैनिक जीवन में तनाव को कम कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे आसान और प्रभावी तरीके बताएंगे, जिनसे आप अपने रोजमर्रा के तनाव को नियंत्रित कर सकते हैं।
गहरी सांस लेना
गहरी सांस लेना एक बहुत ही सरल और प्रभावी तरीका है, जिससे आप तुरंत राहत पा सकते हैं। जब भी आपको लगे कि आप तनावग्रस्त हो रहे हैं तो कुछ देर के लिए अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। धीरे-धीरे सांस अंदर लें और फिर धीरे-धीरे बाहर छोड़ें। यह प्रक्रिया आपके दिमाग को शांत करती है और आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाती है, जिससे आप ताजगी महसूस करते हैं।
रोजाना एक्सरसाइज करें
नियमित एक्सरसाइज करना न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। रोजाना 30 मिनट का व्यायाम जैसे चलना, दौड़ना या योग करना आपकी ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है और मस्तिष्क में एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज करता है, जो आपको खुश रखता है। इससे आपका मूड बेहतर होता है और तनाव कम होता है।
समय प्रबंधन सीखें
अक्सर लोग समय की कमी के कारण तनावग्रस्त हो जाते हैं इसलिए समय प्रबंधन सीखना बहुत जरूरी है। अपने दिनचर्या का एक टाइम टेबल बनाएं, जिसमें सभी कार्यों का सही ढंग से विभाजन हो। इससे न केवल आपका काम समय पर पूरा होगा बल्कि आपको अतिरिक्त समय भी मिलेगा जिसे आप अपनी पसंदीदा गतिविधियों में बिता सकते हैं। इसके अलावा समय प्रबंधन से आप अपने कार्यों को प्राथमिकता देने में सक्षम होंगे और अनावश्यक तनाव से बच सकेंगे।
मेडिटेशन करें
मेडिटेशन यानी ध्यान लगाना एक पुरानी लेकिन बेहद असरदार तकनीक है, जिससे मन शांत रहता है और मानसिक संतुलन बना रहता है। रोजाना सुबह या शाम 10-15 मिनट मेडिटेशन करने से आपका मन स्थिर रहता है और विचारों की उलझन कम होती जाती है। इससे आपकी सोचने-समझने की शक्ति बढ़ती है और आप बेहतर निर्णय ले पाते हैं। साथ ही यह तनाव को कम करने में भी मदद करता है, जिससे आप खुशहाल महसूस करते हैं।
अच्छी नींद लें
अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है क्योंकि नींद पूरी ना होने पर दिमाग ठीक से काम नहीं करता और चिड़चिड़ापन बढ़ता है। कोशिश करें कि रात को कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। सोने से पहले मोबाइल फोन या लैपटॉप का उपयोग ना करें क्योंकि इनकी रोशनी नींद पर असर डालती है। सोने से पहले हल्का संगीत सुनें या किताब पढ़ें ताकि मन शांत रहे।