त्रिकोणासन से सेहत को मिल सकते हैं कई लाभ, जानिए इस योगासन से जुड़ी अहम बातें
त्रिकोणासन योग विज्ञान का एक महत्वपूर्ण आसन है। इसके अभ्यास के लिए शरीर और दिमाग के बीच संतुलन बनाना होता है, जिसमें एकाग्रता की जरूरत होती है। यह आसन मांसपेशियों को फैलाने और नियमित शारीरिक काम में सुधार करने के लिए जाना जाता है। नियमित रूप से इसके अभ्यास से स्वास्थ्य संबंधी कई लाभ मिलते हैं। आइये आज स्वास्थ्य टिप्स में इसी प्राचीन योग मुद्रा के बारे में महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है आसन का नाम
इस योगासन का नाम 2 संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है। पहला, त्रिकोण यानी 3 कोण वाला और दूसरा आसन यानी मुद्रा। इस आसन को करने के दौरान शरीर की मांसपेशियां 3 अलग-अलग कोणों में खिंचती हैं। इस वजह से इसका नाम त्रिकोणासन है। इसका उल्लेख पहली बार 20वीं सदी में भारतीय योग शिक्षक, आयुर्वेदिक चिकित्सक और विद्वान तिरुमलाई कृष्णमाचार्य ने किया था। उन्होंने 1934 में प्रकाशित अपनी किताब 'योग मकरंद' में भी इसका जिक्र किया है।
त्रिकोणासन करने का तरीका
त्रिकोणासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों पैरों को जितना हो सके उतना खोलें। इसके बाद दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं और फिर दाहिने हाथ की उंगलियों से दाहिने पैर के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। इस मुद्रा में 2-3 मिनट तक रहने के बाद सामान्य हो जाएं। अब इसी प्रक्रिया को बाएं हाथ की तरफ से भी दोहराएं।
त्रिकोणासन के अभ्यास से मिलने वाले फायदे
रोजाना सही तरीके से त्रिकोणासन करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इसके अभ्यास से आपकी बाहों, छाती, कंधों और रीढ़ में खिंचाव होता है, जिससे ये मजबूत होते हैं। इसके साथ ही यह घुटने, पिंडलियां, जांघ, कमर और कूल्हों को टोन और मजबूत भी करता है। इसके अलावा यह योग मुद्रा पाचन क्रिया को बेहतर करने, पीठ के दर्द से राहत दिलाने और तनाव और चिंता जैसी समस्याओं को कम करने में भी मददगार है।
किन लोगों को इस योगासन के अभ्यास से परहेज करना चाहिए?
अगर आप माइग्रेन, उच्च रक्तचाप या दस्त जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं तो त्रिकोणासन का अभ्यास करने से बचें। ऐसे लोग जिन्हें गर्दन, कंधे, पीठ या कूल्हे पर चोट है, उन्हें भी इसके अभ्यास से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं और हाल ही में सर्जरी करवाने वाले लोग इसे करने से बचें या फिर पहले डॉक्टर की सलाह लें। यह योगासन इन लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।