सर्दियों में खुद को सक्रिय और स्वस्थ रखने के लिए रोजाना करें ये 5 योगासन
सर्दियों के दौरान अधिकतर लोग कंबल में रहते हैं और कसरत पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन हर किसी के लिए यह समझना जरूरी है कि नियमित कसरत शरीर को फिट और सक्रिय रखने में मदद कर सकता है। जरूरी नहीं है कि इसके लिए आप जिम ही जाएं। घर में ही कुछ योगासन करके आप खुद को स्वस्थ रख सकते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताते हैं, जिनका अभ्यास सर्दियों में करना चाहिए।
सुप्त मत्स्येन्द्रासन
सुप्त मत्स्येन्द्रासन करना जितना सरल है उतने इससे स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इसके लिए जमीन पर पीठ के बल लेटकर दाएं पैर को घुटने से मोड़ें और ऊपर उठाते हुए इसके तलवे को बाएं घुटने पर टिकाएं। अब पीठ को बायीं ओर मोड़ें और दाएं हाथ को दाएं पैर के घुटने पर रखें, वहीं बाएं हाथ को कंधे की सीध में फैलाएं। इसके बाद सिर को बायीं ओर घुमाएं। कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद सामान्य हो जाएं।
सेतुबंधासन
सबसे पहले जमीन पर पीठ के बल सीधे लेटकर पैरों को घुटनों से मोड़ें और दोनों हाथों को एड़ियों के करीब लाने की कोशिश करें। इसके बाद कूल्हे और पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। अब कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। कुछ देर विश्राम के बाद इस योगासन का दोबारा अभ्यास करें। यहां जानिए धनुरासन का अभ्यास और अन्य जरूरी बातें।
वीरभद्रासन
वीरभद्रासन शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने और इसे डिटॉक्सीफाई करने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए सबसे पहले पैरों को तीन-चार फीट की दूरी तक फैलाकर खड़े हो जाएं और हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं। अब दाएं पैर को 90 डिग्री घुमाएं और शरीर को दाईं तरफ घुमाकर गहरी सांस लेते हुए दाएं घुटने को मोड़ें। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
बिटिलासन
सबसे पहले वज्रासन की मद्रा में बैठें, फिर आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों को अपने आगे सीधे जमीन पर टिका लें। अब कूल्हे को ऊपर की तरफ और पेट को जमीन की ओर दबाएं। इसके बाद सिर को उठाते हुए कुछ सेकंड सीधे या फिर आसमान की तरफ देखें। कुछ देर इस मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे वज्रासन की अवस्था में वापस आ जाएं और आसन छोड़ दें। यहां जानिए वज्रासन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
वृक्षासन
यह योगासन मांसपेशियों को मजबूती देने के साथ शरीर के संतुलन को सुधारने में मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं, फिर हाथों से बायां तलवा दायीं जांघ पर रखें। अब हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहकर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं और थोड़ी देर शरीर को आराम देकर आसन को दोहराएं।